मनी लॉन्‍ड्रिंग का ये कैसा मामला, ईडी ने जब्‍त किए तीन चिंपांजी...

ईडी के मुताबिक पश्चिम बंगाल के वाइल्ड लाइफ विभाग से जानकारी मिली थी कि कोलकाता के सुप्रदीप गुहा से वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत इन वन्यजीवों को जब्त किया गया है.

मनी लॉन्‍ड्रिंग का ये कैसा मामला, ईडी ने जब्‍त किए तीन चिंपांजी...

नई दिल्‍ली:

अपनी तरह के एक नए और अनोखे केस में प्रवर्तन निदेशालय ने 3 चिंपांज़ी और 4 मारमोसेट्स (एक तरह का बंदर) को मनी लॉन्‍ड्रिंग एक्ट के तहत अटैच्ड करने के आदेश दिए हैं. 3 चिमपान्ज़ियों की कीमत 75 लाख जबकि विशेष तरह के इन बंदरों की कीमत 6 लाख है. इसलिए कुल 81 लाख रुपये कीमत का जब्ती आदेश जारी हुआ है. ईडी के मुताबिक पश्चिम बंगाल के वाइल्ड लाइफ विभाग से जानकारी मिली थी कि कोलकाता के सुप्रदीप गुहा से वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत इन वन्यजीवों को जब्त किया गया है. वाइल्ड लाइफ विभाग ने इस मामले में सुप्रदीप गुहा के खिलाफ इन वन्यजीवों को अवैध तरीके से अपने कब्जे में रखने का केस भी वहां की कोर्ट में डाला है.

इसके अलावा सुप्रदीप गुहा के खिलाफ के खिलाफ पश्चिम बंगाल पुलिस ने भी इस मामले में केस दर्ज किया है. आरोप है कि उसने फ़र्ज़ी दस्तावेजों के जरिये वन्य अधिकारी से इन वन्यजीवों को ले जाने का एक लेटर भी हासिल कर लिया था. ईडी के मुताबिक मनी लॉन्‍ड्रिंग की जांच में पता चला कि सुप्रदीप गुहा वन्यजीवों की तस्करी का एक संगठित गिरोह चलाता है. वो कस्टम और वाइल्ड लाइफ से जुड़े अधिकारियों के सामने बड़ी चतुराई से गलत बयान देकर बचता रहा. उसने भारत में 3 चिंपांज़ी के जन्म से जुड़े फ़र्ज़ी सर्टिफिकेट भी हासिल किए.

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जांच के बाद इन वन्यजीवों को अटैच्ड किया गया. सभी 7 वन्यजीवों को अटैच्ड करने के बाद अलिपोर जूलॉजिकल गार्डन में रखा गया है. ईडी ने कार्रवाई जूलॉजिकल गार्डन के अधिकारियों के कहने पर की है, क्योंकि फ़र्ज़ी दस्तावेज के जरिये गुहा वहां से भी वन्यजीवों को अपने कब्जे में लेने की कोशिश कर रहा था. इस जब्ती से अब सभी वन्यजीव चिड़ियाघर में है और सभी 3 चिंपांज़ी वहां लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं और आय का स्रोत बने हुए हैं.