धर्म परिवर्तन करने वाले युवक को पुलिस की तरफ से सुरक्षा प्रदान की गई है... (प्रतीकात्मक तस्वीर)
लखनऊ: अलीगढ़ में एक मुस्लिम युवक कुछ दिन पहले धर्म परिवर्तन कर हिन्दू हो गया. उत्तर प्रदेश के नए कानून के मुताबिक धर्म परिवर्तन से दो महीने पहले DM से इजाज़त लेना ज़रूरी है, लेकिन उसका धर्म परिवर्तन करवाने वाले राइट विंग के लोगों ने इसकी ज़रूरत नहीं समझी. आएदिन मुस्लिम युवकों को धर्म परिवर्तन कानून के तहत जेल भेजने वाली पुलिस ने अब हिन्दू बने लड़के को सुरक्षा दे दी है, क्योंकि उसका कहना है कि उसे धर्म बदलने पर धमकी मिल रही है.
26 साल की उम्र तक इस्लाम को मानते रहे कासिम अब हिन्दू हो गए हैं. इसके लिए आर्य समाज में ज़रूरी प्रक्रिया अपनाई गई थी. मुसलमान से हिन्दू बने करमवीर उर्फ कासिम का कहना है, "ऐसा फील हुआ कि हमारे पूर्वज जो थे, वे आबर-बाबर की औलाद नहीं थे... हमारे पूर्वज हिन्दू समाज के थे... वही मुझे अच्छा लगा और मैं अपने पूर्वजों में आया हूं... मैंने घर वापसी की है, पूरे परिवार के साथ की है, बिना किसी दबाव के की है..."
कासिम ने 2012 में अनिता कुमारी से लव मैरिज की थी, उनके दो बच्चे भी हैं. अनिता कहती हैं कि उन्होंने अपना धर्म नहीं बदला था. कासिम भी अब तक मुस्लिम ही रहे थे, लेकिन उनके सामने नमाज़ पढ़ने से परहेज़ किया करते थे. उन्हें बताए बिना बाहर जाकर नमाज़ पढ़ लिया करते थे, लेकिन अब अनिता बहुत खुश हैं, क्योंकि उनका पति अब उन्हीं के धर्म का हो गया है.
उत्तर प्रदेश में धर्म परिवर्तन को लेकर नया कानून बन चुका है, जिसके तहत धर्म परिवर्तन से दो महीने पहले अर्ज़ी देकर DM से इजाज़त लेनी होती है. कासिम कहते हैं कि DM के यहां उनसे कहा गया कि वह वकील से बात करें. उधर, उनका धर्म परिवर्तन कराने वाले नीरज भारद्वाज कहते हैं कि यह धर्म परिवर्तन नहीं, घर वापसी है.
नीरज भारद्वाज ने कहा, "उसने कोई धर्म परिवर्तन नहीं किया, उसने केवल शुद्धीकरण करवाया है..." जब उनसे पूछा गया कि शुद्धीकरण किस तरीके से किया गया, तो उन्होंने कहा, "जो भी विधि विधान रहता है हिन्दू समाज का, आर्य समाज के हिसाब से, उसी तरीके से, लीगल तरीके से चीज़ों को किया है..."
कासिम उर्फ करमवीर आज SSP दफ्तर पहुंचे, जहां उन्होंने धर्म परिवर्तन की अपनी कहानी बताई और जानकारी दी कि अपराधी किस्म के कुछ मुस्लिम उन्हें धमकी दे रहे हैं. उन्हें पुलिस से हिफाज़त का आश्वासन मिला है.