अरविंद केजरीवाल ने राफेल सौदे में प्रधानमंत्री कार्यालय के हस्तक्षेप को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी और सीबीआई को निशाना बनाया.
खास बातें
- कहा- CBI वैसे ही छापे मारे जैसे उसने मेरे आफिस और कोलकाता में मारे थे
- राफेल से संबंधित सारी फाइलें जब्त करे और गिरफ्तारियां भी करनी चाहिए
- रक्षा मंत्रालय ने राफ़ेल सौदे की बातचीत में PMO के दखल पर एतराज़ जताया था
नई दिल्ली: रक्षा मंत्रालय ने फ्रांस के साथ राफ़ेल सौदे की बातचीत (Rafale Deal) में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के दखल पर एतराज़ जताया था. एक अखबार के इस खुलासे के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा है कि आज किए गए खुलासे के मद्देनजर 'स्वतंत्र' सीबीआई (CBI) को पीएमओ पर छापा मारकर राफेल से संबंधित सारी फाइलें जब्त कर लेनी चाहिए और गिरफ्तारियां करनी चाहिए.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राफेल सौदे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीबीआई की 'स्वायत्तत्ता' को लेकर तीखा हमला किया. उन्होंने ट्वीट किया है कि ''राफेल के बारे में आज किए गए खुलासे के मद्देनजर 'स्वतंत्र' सीबीआई को पीएमओ पर छापा मारकर राफेल से संबंधित सारी फाइलें जब्त कर लेनी चाहिए और गिरफ्तारियां करनी चाहिए. ठीक उसी तरह जैसे उन्होंने मेरे आफिस और कोलकाता पुलिस कमिश्नर के घर पर छापे मारे थे.''
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अंग्रेज़ी अखबार 'द हिंदू' की ख़बर के मुताबिक रक्षा मंत्रालय तो सौदे को लेकर बातचीत कर ही रहा था, उसी दौरान प्रधानमंत्री कार्यालय भी अपनी ओर से फ्रांसीसी पक्ष से 'समानांतर बातचीत' में लगा था. अखबार के मुताबिक 24 नवंबर 2015 को रक्षा मंत्रालय के एक नोट में कहा गया कि PMO के दखल के चलते बातचीत कर रहे भारतीय दल और रक्षा मंत्रालय की पोज़िशन कमज़ोर हुई.
VIDEO : राफेल सौदे पर नया खुलासा, नए हमले
रक्षा मंत्रालय ने अपने नोट में तब के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का ध्यान खींचते हुए कहा था कि हम PMO को ये सलाह दे सकते हैं कि कोई भी अधिकारी जो बातचीत कर रहे भारतीय टीम का हिस्सा नहीं है उसे समानांतर बातचीत नहीं करने को कहा जाए.