सितंबर की शुरुआत में भारत और चीन ने 'चेतावनी के तौर पर' 100-200 गोलियां दागीं : सूत्र

सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि सितंबर के शुरुआती दिनों में पैंगॉन्ग झील के उत्तरी किनारे पर भारत और चीन की तरफ से वॉर्निंग शॉट्स फायर किए गए थे. जानकारी है कि भारत और चीन ने 'चेतावनी के तौर पर' 100-200 गोलियां दागीं थीं. 

नई दिल्ली:

India-China Border Tension: सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि सितंबर के शुरुआती दिनों में पैंगॉन्ग झील (Pangong Lake) के उत्तरी किनारे पर भारत और चीन की तरफ से वॉर्निंग शॉट्स फायर (India, China fired warning shots) किए गए थे. जानकारी है कि भारत और चीन ने 'चेतावनी के तौर पर' 100-200 गोलियां दागीं थीं. सूत्रों ने बताया है कि यह घटना तब हुई जब भारतीय सेना के जवान चीनी सैनिकों पर नजर रखने के लिए एक पोस्ट बना रहे थे. भारत का फिंगर 3 और 4 की चोटियों पर नियंत्रण है. यह घटना विदेश मंत्री एस जयशंकर की 10 सितंंबर को मॉस्को में उनके समकक्ष वांग यी से मुलाकात के कुछ दिन पहले हुई थी. दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने लद्दाख पर लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर तनाव कम करने को लेकर समझौता किया था.

इस मीटिंग के बाद दोनों देशों की ओर से एक संयुक्त बयान जारी किया गया था, जिसमें बताया गया कि दोनों देश पांच सूत्रीय समझौते पर सहमत हुए हैं, जिसमें बातचीत, तुंरत डिस्इंगेजमेंट की प्रक्रिया शुरू करने, उचित दूरी बनाकर रखने, तनाव कम करने और विश्वास बढ़ाने के लिए कदम उठाने की बात कही गई है.

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अभी पिछले हफ्ते ही एक और मौके पर चीन ने लद्दाख के पैंगॉन्ग झील के दक्षिणी किनारे पर भारतीय जवानों की मौजूदगी की ओर बढ़कर यथास्थिति को बदलने की कोशिश की थी. यहां पर चीन ने वॉर्निंग शॉट्स भी फायर किए थे. जानकारी है कि चीनी सैनिक भाले और राइफल लिए हुए थे और उन्होंने बहुत ही मध्यकालीन तरीके की लड़ाई शुरू करने की कोशिश की थी. इसके पहले 14 जून की रात को गलवान घाटी में दोनों पक्षों में ऐसी ही हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें 20 भारतीय जवानों ने अपनी जान दे दी थी. ऐसा पिछले 45 सालों में पहली बार हुआ है, जब LAC पर शॉट्स फायर किए गए हैं. दोनों पक्षों ने इसके लिए एक-दूसरे को आरोपी ठहराया था.

बता दें कि भारत को हाल ही में यहां पर कई ऊंचे इलाकों में कब्जा करके रणनीतिक सफलता मिली है. चीन ने LAC पर यथास्थिति को बदलने की कोशिशें की थीं, जिसे भारत ने नाकाम कर दिया है. चीनी सेना की तरफ से इन ऊंची जगहों पर कब्जा करने की कोशिश में कई उकसावे वाली गतिविधियां की गई हैं, लेकिन भारत अपनी स्थिति मजबूत बनाए हुए हैं. पिछले हफ्ते सामने आए सैटेलाइट इमेज में देखा जा सकता है कि झील के उत्तरी किनारे पर चीन की ओर से निर्माण गतिविधियां चल रही हैं, वहीं दक्षिणी किनारे पर नए चीनी पोस्ट दिखाई दे रहे हैं.

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