इस्राइल से एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल 'स्पाइक' खरीदने पर फिर गौर कर रहा है भारत

नवंबर में रक्षा मंत्रालय ने इस्राइली कंपनी राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स से 'स्पाइक' मिसाइलें खरीदने की प्रक्रिया छोड़ देने का फैसला किया था.

इस्राइल से एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल 'स्पाइक' खरीदने पर फिर गौर कर रहा है भारत

फाइल फोटो

नई दिल्ली:

इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की आगामी रविवार से शुरू हो रही भारत यात्रा के दौरान इस्राइली टैंक रोधी मिसाइलों के लिए करोड़ों डॉलर के करार पर दस्तखत होने की संभावना है. इसके साथ-साथ दोनों देश व्यापार एवं रक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करने के लिए भी कदम उठाएंगे. नेतन्याहू रविवार को छह दिन की भारत यात्रा पर आ रहे हैं. अपनी यात्रा के दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विस्तृत वार्ता करेंगे. वह गुजरात और मुंबई में भी जाएंगे. भारत में इस्राइल के राजदूत डेनियल कार्मन ने इस्राइली 'स्पाइक' मिसाइलों के लिए संभावित समझौते की बारीकियों का जिक्र किए बगैर कहा कि 'स्पाइक' प्रोजेक्ट 'मेक इन इंडिया में इस्राइल के जुड़ाव' का उदाहरण है, क्योंकि एक इस्राइली कंपनी और भारतीय कंपनी के बीच साझेदारी के जरिए इसे लागू कराया जा सकता है.

यह भी पढ़ें : भारत यात्रा पर अपने 'दोस्त' पीएम मोदी को ये 'स्पेशल गिफ्ट' देंगे बेंजामिन नेतन्याहू

कुछ महीने पहले रक्षा मंत्रालय ने इस्राइली कंपनी राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स से 'स्पाइक' मिसाइलें खरीदने की प्रक्रिया छोड़ देने का फैसला किया था. अब बताया जा रहा है कि 'सरकार-से-सरकार' वाले तरीके से इन मिसाइलों की खरीद पर विचार किया जा रहा है. मूल प्रस्ताव के अनुसार भारत ने 50 करोड़ डॉलर की लागत से सेना के लिये एटीजीएम खरीदने की योजना बनाई है. कार्मन ने कहा कि आला इस्राइली अधिकारियों के अलावा 130 कारोबारियों का एक प्रतिनिधिमंडल नेतन्याहू की यात्रा के दौरान उनके साथ होगा. इस्राइली राजदूत ने यरूशलम को इस्राइल की राजधानी के तौर पर मान्यता देने के अमेरिकी फैसले पर संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में भारत के रुख को ज्यादा तूल नहीं देते हुए कहा कि यह भारत एवं इस्राइल के रिश्ते 'प्रभावित नहीं कर सकता'.

VIDEO : इस्राइल में पीएम मोदी और नेतन्याहू का साझा बयान
पिछले महीने भारत सहित 128 देशों ने यूएनजीए में उस प्रस्ताव के पक्ष में वोट डाला था, जिसमें यरूशलम को इस्राइल की राजधानी के तौर मान्यता देने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले का विरोध किया गया था.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com