यह ख़बर 08 अप्रैल, 2011 को प्रकाशित हुई थी

'पाक के सहयोगात्मक रुख से आगे बढ़ी शांति प्रक्रिया'

खास बातें

  • पिल्लै ने कहा कि पाक ने मुम्बई हमले की जांच के लिए भारतीय जांचकर्ताओं को वहां जाने की अनुमति देकर 'पारस्परिक सहयोग' का दिखाया है।
New Delhi:

केंद्रीय गृहसचिव जीके पिल्लै ने कहा कि मुम्बई हमले के मुख्य षड्यंत्रकारियों के खिलाफ मुकदमा तेज करने सहित आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग करने के इस्लामाबाद के वादे के बाद पाकिस्तान के साथ बातचीत दोबारा शुरू हुई और इसमें प्रगति हुई। कुछ दिनों पहले अपने पाकिस्तानी समकक्ष चौधरी कमर जमां से अपनी मुलाकात के बारे में पिल्लै ने कहा कि पाकिस्तान ने मुम्बई हमले से सम्बंधित साक्ष्यों की जांच के लिए भारतीय जांचकर्ताओं को वहां जाने की अनुमति देकर 'पारस्परिक सहयोग' का रुख दिखाया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ बातचीत 'महत्वपूर्ण रही, क्योंकि हमने कई मुद्दों पर प्रगति की।' पिल्लै ने कहा, "उन्होंने परस्पर आदान-प्रदान किया। भारतीय न्यायिक आयोग वहां जा सकता है। वे जांच एजेंसियों के बीच सूचना साझा करने पर सहमत हो गए हैं।" उन्होंने कहा, "गृह सचिवों के बीच हॉटलाइन स्थापित होगा। आतंकवाद सम्बंधी मुद्दों पर एक-दूसरे से हम तुरंत बात करना चाहते हैं।"  उल्लेखनीय है कि पिल्लै और जमां की मुलाकात मोहाली में 30 मार्च को भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल मुकाबले के दौरान दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की मुलाकात से पहले हुई थी। उसी मुलाकात के संदर्भ में पिल्लै ने कहा, "पाकिस्तान का न्यायिक आयोग यहां आएगा, जिससे उन्हें मुम्बई हमले के सिलसिले में गिरफ्तार सात मुख्य षड्यंत्रकारियों के खिलाफ उनके मुकदमे में मदद मिलेगी। इससे उनका मुकदमा और मजबूत होगा तथा दोषियों को सजा दिलाई जा सकेगी।" उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तानी को सभी सबूत मुहैया कराएगा, लेकिन उन्हें मुम्बई हमले में पकड़े गए एकमात्र जिंदा आतंकवादी अजमल कसाब से मिलने की अनुमति नहीं होगी। बकौल पिल्लै, "वे अजमल कसाब का बयान दर्ज करने वाले मजिस्ट्रेट से मिलेंगे, जांच अधिकारी से मिलेंगे और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के परीक्षण के लिए डॉक्टरों से मिलेंगे।" उनके अनुसार, "मोटर बोट, जो पाकिस्तानी है, से मिले अन्य प्रमाणिक दस्तावेजों की प्रति भी उन्हें दी जाएगी।" पिल्लै ने बताया कि यात्रा की तिथि अभी तय नहीं है, क्योंकि दोनों देशों ने अभी टीम गठित नहीं की है। उनके अनुसार भारतीय टीम के गठन में थोड़ा वक्त लगेगा, क्योंकि जकीउर्र रहमान लखवी सहित लश्कर के सात आतंकवादियों के खिलाफ अभी मामला दर्ज नहीं किया गया है, जिन पर मुम्बई हमले के दौरान हमलावरों को सैटेलाइट फोन पर निर्देश देने का आरोप है। उन्होंने कहा, "हमें अभी मामला दर्ज करना है। हमारे पास एकमात्र मामला कसाब के खिलाफ है, जो दोषी ठहराया जा चुका है।"


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