Voting Percentage 2019: पहला चरण- 69.50, दूसरा चरण- 69.44, तीसरा चरण-63.24, चौथे चरण में धीमा मतदान, इशारा किस ओर?

Voting Percentage: चौथा चरण बीजेपी के लिए भी काफी अहम है क्योंकि आज जिन 72 सीटों पर मतदान हो रहा है. उनमें से 45 सीटों पर 2014 में बीजेपी का क़ब्ज़ा था. ऐसे में बीजेपी के लिए ये चरण बेहद अहम है.

Voting Percentage 2019: पहला चरण- 69.50, दूसरा चरण- 69.44, तीसरा चरण-63.24, चौथे चरण में धीमा मतदान, इशारा किस ओर?

Lok Sabha Election 2019 Phase 4: लोकसभा चुनाव 2019 : चौथे चरण का मतदान

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के चौथे चरण का मतदान आज शाम खत्म हो जाएगा. इसके साथ ही आज थोड़ी तस्वीर साफ हो जाएगी कि केंद्र में किसकी सरकार बनने जा रही है. चौथे चरण के मतदान में पूरे देश की नजर पश्चिम बंगाल और बिहार की बेगूसराय की सीट पर है. पश्चिम बंगाल के आसनसोल में हिंसा की खबर है. आसनसोल से केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो चुनावी मैदान में हैं. वहीं बिहार की बेगूसराय सीट पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह, आजेडी के तनवीर हसन और जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार मैदान में हैं. कन्हैया कुमार के पक्ष में प्रचार करने के लिए बॉलीवुड से जुड़े लोग भी बेगूसराय की धरती पर पहुंचे थे. यह चरण बीजेपी के लिए भी काफी अहम है क्योंकि आज जिन 72 सीटों पर मतदान हो रहा है. उनमें से 45 सीटों पर 2014 में बीजेपी का क़ब्ज़ा था. ऐसे में बीजेपी के लिए ये चरण बेहद अहम है.

किसकी बनेगी सरकार, 10 बड़ी बातें

  1. लोकसभा चुनावोंके तहत 91 सीटों पर पहले चरण का मतदान हुआ. पहले चरण में 69.50 फीसदी मतदान हुआ.

  2. लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 13 राज्यों की 95 सीटों पर 69.44 फीसदी मतदान हुआ.

  3. लोकसभा चुनाव की तीसरे चरण में 15 राज्यों की 117 सीटों पर 63.24 प्रतिशत मतदान हुआ.

  4. इन तीन चरणों की तुलना अगर पिछले लोकसभा चुनाव से करें तो वोट फीसदी कम रहा है. 

  5. आज राजस्थान की 13 सीटों पर चुनाव हो रहा है. जिसमें पिछली बार बीजेपी ने सभी सीटें जीत ली थीं.

  6. पहले चरण के चुनाव के बाद केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली  ने दावा किया कि 'मोदी लहर' चल रही है. 

  7. वहीं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने दावा किया कि देश में गठबंधन की ओर बढ़ रहा है. 

  8. पिछली बार की तुलना में कम होे रही वोटिंग के लोग अलग-अलग कयास लगा रहे हैं. 

  9. कुछ लोगों का कहना है कि पिछले चुनाव में मोदी लहर के पक्ष में जबरदस्त वोटिंग हुई थी. लेकिन इस बार ऐसा कुछ भी नहीं हैं. इसका नुकसान बीजेपी को उठाना पड़ सकता है.

  10. वहीं कुछ विश्लेषकों का कहना है कि मोदी सरकार की लोगों के अंदर मोदी सरकार के खिलाफ नाराजगी है लेकिन गुस्सा नहीं है. लोग स्टेटस क्वो के मूड में हैं.