पाकिस्तान में फंसे भारतीयों की 23 जून को हो सकती है देश वापसी

पाकिस्तान में फंसे भारतीयों के लिए ख़ुशख़बरी ये है कि 23 जून को उनकी वतन वापसी होने जा रही है. हालांकि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की तरफ़ से अभी औपचारिक मंज़ूरी नहीं मिली है लेकिन दोनों ही देशों के बीच राजनयिक चैनलों के ज़रिये ये तय हुआ है.

पाकिस्तान में फंसे भारतीयों की 23 जून को हो सकती है देश वापसी

प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली:

पाकिस्तान में फंसे भारतीयों के लिए ख़ुशख़बरी ये है कि 23 जून को उनकी वतन वापसी होने जा रही है. हालांकि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की तरफ़ से अभी औपचारिक मंज़ूरी नहीं मिली है लेकिन दोनों ही देशों के बीच राजनयिक चैनलों के ज़रिये ये तय हुआ है. पाकिस्तान में 693 भारतीय फंसे हैं. सभी को एक साथ वापस लाने की कोशिश है. इनमें छात्र भी हैं, तीर्थयात्री भी और दूसरी निजी वज़हों से यात्रा पर गए भारतीय भी. 

कोरोना की वजह से हुए लॉकडाउन में ये भारतीय पाकिस्तान के अलग-अलग शहरों में फंस गए थे. भारत और पाकिस्तान दोनों देशों की सीमाएं सील थीं और वाघा बॉर्डर के दरवाज़े भी बंद थे. हालांकि ये दरवाज़े कई बार खुले भी जब भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजा. 

बता दें कि भारत में 300 से ज़्यादा पाकिस्तानी नागरिक फंसे थे. अलग-अलग बैच में 312 पाकिस्तानी नागरिकों को वापस पाकिस्तान भेजा जा चुका है. इसमें दिल्ली और इसके आस पास के इलाकों के अलावा मुंबई और कोलकाता जैसे दूर के शहरों में फंसे पाकिस्तानी भी शामिल हैं.

दुनिया के अलग-अलग देशों में फंसे भारतीयों को लाने के लिए वंदे भारत और समुद्र सेतु अभियान चलाया गया. अब पड़ोसी देशों से लैंड बॉर्डर के ज़रिए भारतीयों की घर वापसी का सिलसिला शुरू हुआ हो रहा है. 

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सूत्र बताते हैं कि भारतीयों की वापसी में देरी के पीछे एक वजह यह भी है कि उनके लौटने पर उन्हें पंजाब में क्वारंटीन होना था. लेकिन वहां इसकी सुविधा उपलब्ध नहीं थी. इसी तरह कई दूसरे राज्यों ने भी क्वारंटीन संबंधी असमर्थता जतायी थी. अब यह तय हुआ है कि वापस लौटने के बाद वाघा बॉर्डर से भारतीयों को उनके गृह राज्यों को भेजा जाएगा जहां वो क्वारंटीन होंगे.