इंद्राणी मुखर्जी के मामले में रहस्य और गहराया, फोरेंसिक लैब ने ड्रग ओवरडोज़ की बात खारिज की

इंद्राणी मुखर्जी के मामले में रहस्य और गहराया, फोरेंसिक लैब ने ड्रग ओवरडोज़ की बात खारिज की

अपने बेटी शीना बोरा के कत्ल के इल्जाम में इंद्राणी मुखर्जी सात सितंबर से भायखला जेल में थी

मुंबई:

हाई प्रोफाइल शीना बोरा हत्याकांड में मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी के कथित आत्महत्या के प्रयास को लेकर रहस्य और गहरा हो गया है। जे.जे अस्पताल अस्पताल के डॉक्टरों ने जहां इंद्राणी द्वारा दवा की अधिक खुराक लेने की बात कही थी, वहीं फोरेंसिक लैब ने जांच नमूनों में दवाइयों के अंश मिलने से इनकार किया है।
 
अस्पताल के मुताबिक, ड्रग ओवरडोज की हुई पुष्टि
जेजे अस्पताल के डीन डॉ. टीपी लहाने ने बताया कि हिंदुजा अस्पताल से इंद्राणी के मूत्र के नमूने की एक रिपोर्ट में उनके शरीर में अवसाद रोधक दवा 'बेंजोडाइजेपाइन' का स्तर अधिक होने की पुष्टि हुई है। लहाने ने साथ ही बताया, 'आम तौर पर अगर कोई मरीज अवसाद रोधी दवा ले रहा है तो उसके मूत्र में बेंजोडाइजेपाइन का स्तर 200 होता है। लेकिन हिंदुजा अस्पताल की रिपोर्ट के अनुसार, बेंजोडाइजेपाइन का स्तर 2088 पाया गया। दवा की अधिक खुराक के लिए रिपोर्ट पॉजिटिव है। मिर्गी रोधक दवाओं को पहले ही नकारा जा चुका है। (जांच के) परिणाम नकारात्मक रहे। केवल अवसाद रोधक दवा के कारण ही यह (बेहोश होना) हुआ।' उन्होंने यह भी कहा कि कोलिनेस्टेराज का स्तर भी सामान्य मिला, जिससे अफीम के जहर की आशंका खारिज होती है।

मिर्गी की दवाइयां ले रही थी इंद्राणी
43 साल की इंद्राणी को बेहोशी की हालत में शुक्रवार को भायखला जेल से जे.जे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लहाने ने कल कहा था कि इंद्राणी मिर्गी की दवाएं ले रही थीं। 'हमें आशंका है कि उन्होंने अपने मिर्गी की दवा ली और शायद पूरी दवा एक साथ खा ली।' जेल अधिकारियों ने भी कहा था कि 11 सितंबर से वह मिर्गी रोधक गोलियां ले रही थीं क्योंकि उन्हें दौरे पड़ने लगे थे। (पढ़ें- इंद्राणी की हालत नाजुक, अगले 24 घंटे अहम)

जेजे अस्पताल की रिपोर्ट में कहा गया है कि इंद्राणी को जब बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया था तब उनके गैस्ट्रिक टेस्ट में दवा का कोई अंश नहीं मिला। लहाने ने कहा, 'गैस्ट्रिक जांच में हमें दवा नहीं मिली। अगर दवा शरीर में घुल गई होगी तो मूत्र और खून के नमूनों की जांच रिपोर्ट के जरिये हमें इसका पता लग सकता है। यह रिपोर्ट रविवार शाम तक आएगी।'

फॉरेंसिक लैब ने ड्रग ओवरडोज़ की आशंका खारिज की
वहीं सरकारी फॉरेंसिक लैब के उप निदेशक डॉ. नितिन चुटके ने कहा, 'हमारे पास भेजे गए रक्त और मूत्र के नमूने तथा बड़ी आंत की जांच (स्टमक वॉश) के नतीजे सभी नकारात्मक आए हैं। दवा का कोई अंश नहीं मिला। ऐसे में दवा की अधिक खुराक की आशंका खारिज की जाती है।'

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मुख्य गृह सचिव (कारागार) विजय सतबीर सिंह ने कहा कि जांच कई पहलुओं को ध्यान में रख कर की जा रही है कि क्या इंद्राणी ने जिस दवा या किसी जहरीले पदार्थ का सेवन किया, उसका नुस्खा डॉक्टरों ने लिखा था और क्या दवा की खुराक ज्यादा थी, यह कैसे हुआ। उन्होंने कहा कि जांच में यह भी देखा जा रहा है कि क्या कोई लापरवाही बरती गई और अगर ऐसा है तो इसके लिए जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।