यह ख़बर 16 अगस्त, 2014 को प्रकाशित हुई थी

आईएनएस कोलकाता : देर आया, पर क्या दुरुस्त आया?

फाइल फोटो

मुंबई:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश में बने सबसे बड़े जंगी जहाज़ आईएनएस कोलकाता को नौसेना के सुपुर्द कर दिया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा बदलते युग में सिर्फ़ बाहुबल ही देश की रक्षा के लिए काफी नहीं है, बल्कि बुद्धिबल भी ख़ासा अहम है और आईएनएस कोलकाता भारत के ही बुद्धिबल का प्रमाण है।

वहीं इस मौके पर रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि ये हमारे देश और सेना के लिए ऐतिहासिक दिन है। आईएनएस कोलकाता से भारतीय नौसैना की ताकत में कई गुना इज़ाफा होगा।

आईएनएस कोलकाता देश में बना देश का सबसे बड़ा जंगी जहाज़ है। खुद मोदी ने कहा 'आज तक भारत में रक्षा के क्षेत्र में देश में जितने भी निर्माण हुए हैं, उनमें आईएनएस कोलकाता सबसे बड़ा निर्माण है। आईएनएस कोलकाता 164 मीटर लंबा 18 मीटर चौड़ा है। 7400 टन का ये जंगी जहाज़ 30 नॉट से ज्यादा की रफ्तार पकड़ सकता है।

मझगांव डॉकयॉर्ड में तैयार आईएनएस कोलकाता सतह से सतह पर मार करने वाले सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल से लैस है। इसके अलावा कोलकाता में रॉकेट लॉन्चर, तारपीडो, ट्यूब लॉन्चर, सोनार हमसा, एके 630 बंदूके मौजूद हैं।

इस युद्धपोत में 30 अधिकारी, 300 नौसैनिक सवार होंगे। ऊर्जा आपूर्ति के लिए इसमें 4 गैस टरबाइन जेनरेटर और एक डीज़ल ऑल्टरनेटर लगा है, जो किसी छोटे−मोटे शहर को रोशन कर सकता है।

हालांकि अभी इसमें बराक −8 मिसाइल लगना बाकी है, जिसे डीआरडीओ और इज़रायल मिलकर तैयार कर रहे हैं। कुछ और प्रणालियों का पोत में लगना बाकी है। इसी तकनीक पर आईएनएस कोच्चि और आईएनएस चेन्नई का भी निर्माण हो रहा है। हालांकि आईएनएस कोलकाता को ही नौसैना के बेड़े में शामिल होते होते कोलकाता को 11 साल लग गए।

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हाल फिलहाल में नौसेना के बेड़े में हुए हादसों का जिक्र ना तो प्रधानमंत्री ने किया, और ना ही रक्षामंत्री ने किया, खासकर आईएनएस सिंधुरक्षक का। मुंबई की गोदी में हुए इस पनडुब्बी हादसे में 18 नौसैनिकों की मौत हो गई थी। कमीशन होने से पहले आईएनएस कोलकाता हादसे में भी एक अधिकारी की मौत हुई थी। इन हादसों के बाद तत्कालीन नेवी चीफ एडमिरल डीके जोशी को इस्तीफा तक देना पड़ा था। खैर अब सबको उम्मीद है बदले निजाम और बदले माहौल में हादसों का कल भी पीछे छूट जाएगा।