लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अब पीएम मोदी की राह पर निकले नीतीश कुमार, जानें पूरा मामला

कुछ महीने पूर्व तक शिलान्यास की संस्कृति में विश्वास ना करने और बिहार में कार्यारंभ की एक नई शुरुआत करने का दावा करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह 'शिलान्यास करो' की राह पर निकल चुके हैं. 

लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अब पीएम मोदी की राह पर निकले नीतीश कुमार, जानें पूरा मामला

पीएम मोदी और नीतीश कुमार (फाइल फोटो)

पटना:

लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर राज्य के मुख्यमंत्रियों तक में शिलान्यास करने की होड़ लगी है. यही वजह है कि अब शिलान्यास करने वाले नेताओं की फेहरिस्त में नीतीश कुमार भी शामिल होने वाले हैं. कुछ महीने पूर्व तक शिलान्यास की संस्कृति में विश्वास ना करने और बिहार में कार्यारंभ की एक नई शुरुआत करने का दावा करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह 'शिलान्यास करो' की राह पर निकल चुके हैं. 

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दरअसल, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मंगलवार और वुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना और नालंदा जिले में एक साथ करीब एक सौ योजनाओं का शिलान्यास करेंगे, जिसमें बिजली विभाग, सिंचाई की परियोजना, जल आपूर्ति, डेंटल कॉलेज का शिलान्यास आदि शामिल हैं. इनमें से कई ऐसी परियोजनाएं हैं, जिनको कैबिनेट ने सोमवार की शाम मंजूरी दी है. 

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अभी तक कैबिनेट से मंजूरी के बाद नीतीश कुमार टेंडर होने के बाद बिहार में किसी परियोजना का कार्यारंभ किया करते थे. मगर अब माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक के बाद शिलान्यास के कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं, वैसे ही अब नीतीश कुमार को लग रहा है कि अगर चुनाव सिर पर है, तो कार्यारंभ का इंतज़ार क्यों किया जाये. पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना मेट्रो का शिलान्यास केंद्रीय कैबिनेट से मंज़ूरी मिलने के महज चार दिनों अंदर किया था. इसके अलावा पीएम मोदी ने राज्य के कई अस्पताल के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया जिसके निर्माण का अभी किसी को कुछ नहीं पता.

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हालांकि, नीतीश कुमार द्वारा होने वाले अधिकांश शिलान्यास और उद्घाटन के कार्यक्रम या तो मुंगेर लोकसभा सीट से सम्बंधित हैं या नालंदा लोकसभा सीट से. जानकारों का मानना है कि नीतीश अगर अपने बनाये उसूलों से समझोता कर शिलान्यास को लेकर कांग्रेस के पुराने मॉडल पर चल रहे हैं, तो उसके कारण हैं. जहां मुंगेर से अब नीतीश कुमार के करीबी जल संसाधन मंत्री ललन सिंह की उम्मीदवारी तय मानी जा रही है और वहां के मतदाताओं की पुरानी मांगों को मानते हुए सभी योजनाओं को आनन-फानन में शुरू किया जा रहा हैं.वहीं नीतीश कुमार पिछले लोकसभा चुनाव में नालंदा सीट से भले ही मामूली वोटों के अंतर से जीत गए थे, मगर अब वह उसे भूनाने की कोशिश करेंगे. जीत के अंतर को बड़ा करने के लिए इस बार नीतीश कुमार को कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं. नीतीश कुमार अन्य जिलों में भी ताबड़तोड़ शिलान्यास का कार्यक्रम कर सकते हैं. 

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