यह ख़बर 25 अक्टूबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

गडकरी विवाद से संघ ने खुद को किया अलग

खास बातें

  • भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी द्वारा संचालित कंपनियों को संदेहास्पद वित्तपोषण के आरोपों के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इस पूरे विवाद से खुद को अलग कर लिया।
मुंबई / नई दिल्ली:

भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी द्वारा संचालित कंपनियों को संदेहास्पद वित्तपोषण के आरोपों के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इस पूरे विवाद से खुद को अलग कर लिया। संघ ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति या संगठन किसी अवैध गतिविधि में लिप्त है तो उसके खिलाफ निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और जो दोषी पाए जाएं, अवश्य दंडित हों।

संघ ने कहा कि उसे गडकरी को लेकर चल रहे विवाद से कोई लेना-देना नहीं है। इस विवाद पर बयान जारी करते हुए संघ ने कहा कि वह संघ को इस विवाद में घसीटने के प्रयासों से दुखी हैं।

संघ के सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने कहा कि हमें इन विवादों में संघ का नाम घसीटे जाने के प्रयासों से काफी अफसोस है।

जोशी का यह बयान उन मीडिया खबरों के बाद आया है, जिनमें दावा किया गया है कि संघ गडकरी के बचाव की कोशिश कर रहा है।

विवाद शुरू होने से पहले गडकरी का लगातार दूसरी बार भाजपा अध्यक्ष बनना तय समझा जा रहा था। इसके लिए पार्टी के विधान में संशोधन भी कर लिया गया है।

जोशी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में मीडिया कुछ नेताओं के निगमित मामलों में कुछ अनियमितताओं के आरोप लगा रहा है। इन आरोपों की ओर आम लोगों का काफी ध्यान आकृष्ट हुआ है।

जोशी ने कहा कि जो आरोप लग रहे हैं, केवल मीडिया की ओर से आए हैं, अभी किसी अधिकृत एजेंसी को इन आरोपों की जांच करना बाकी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन आरोपों को लेकर हो रही भाषणबाजी अधिकांशत: राजनीतिक हो गई है।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

संघ ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लडाई गैर राजनीतिक स्तर पर बिना किसी पक्षपात के होनी चाहिए।