अदनान सामी (Adnan Sami) ने नागरिकता संशोधन बिल का किया समर्थन.
खास बातें
- नागरिकता संशोधन बिल के समर्थन में उतरे अदनान सामी
- कहा- यह मेरा घर और मेरी मर्जी कि किसे अंदर आने देना है
- 'भारत के आंतरिक मामले पर टिप्पणी का किसी को हक नहीं'
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill) लोकसभा से पारित हो चुका है. इसे लेकर अलग-अलग तरह के रिएक्शन आ रहे हैं. कोई इसका समर्थन कर रहा है तो कोई विरोध. इस बीच प्रसिद्ध गायक और पाकिस्तान से आकर भारत की नागरिकता लेने वाले अदनान सामी (Adnan Sami) ने नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन किया है. अदनान सामी ने अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया, 'किसी भी देश को भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है. उदाहरण के लिए, 'यह मेरा घर है और यह मेरी पसंद है कि किसे मैं अंदर आने की इजाजत देता हूं. आपकी राय अहमियत नहीं रखती, न ही आपकी राय किसी ने मांगी है और न ही आपको इससे कुछ लेना देना है.' इससे पहले पाकिस्तान ने भारत के नागरिकता संशोधन विधेयक को पड़ोसी देशों के मामलों में 'दखल' का ‘दुर्भावनापूर्ण इरादा' बताया था.
Citizenship Amendment Bill: क्या है नागरिकता संशोधन बिल, 10 प्वाइंट्स में समझें इसके प्रावधान
बता दें कि सोमवार देर रात लोकसभा ने नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) को मंजूरी दे दी, जिसमें पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से शरणार्थी के तौर पर 31 दिसंबर 2014 तक भारत आए उन गैर-मुसलमानों को भारत की नागरिकता देने का प्रावधान है जिन्हें धार्मिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा हो. उन्हें अवैध प्रवासी नहीं माना जाएगा.
गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने लोकसभा में विधेयक पेश करते हुए यह स्पष्ट किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में किसी भी धर्म के लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. उन्होंने जोर देकर कहा था कि इस विधेयक से उन अल्पसंख्यकों को राहत मिलेगी जो पड़ोसी देशों में अत्याचार का शिकार हैं.
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क्या है नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill)
नागरिकता (संशोधन) विधेयक (Citizenship Amendment Bill) का उद्देश्य छह समुदायों - हिन्दू, ईसाई, सिख, जैन, बौद्ध तथा पारसी लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान करना है. बिल के ज़रिये मौजूदा कानूनों में संशोधन किया जाएगा, ताकि चुनिंदा वर्गों के गैरकानूनी प्रवासियों को छूट प्रदान की जा सके. चूंकि इस विधेयक में मुस्लिमों को शामिल नहीं किया गया है, इसलिए विपक्ष ने बिल को भारतीय संविधान में निहित धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों के खिलाफ बताते हुए उसकी आलोचना की है.
Video: नागरिकता संशोधन विधेयक लोकसभा में पास