यह ख़बर 18 अप्रैल, 2011 को प्रकाशित हुई थी

जैतपुर विरोध प्रदर्शन में 1 की मौत, 7 घायल

खास बातें

  • जैतपुर परमाणु बिजलीघर परियोजना के विरोध में हो रहे प्रदर्शन में पुलिस की गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।
जैतपुर/मुम्बई:

जैतपुर परमाणु बिजलीघर परियोजना के विरोध में हो रहे प्रदर्शन में सोमवार को पुलिस की गोली लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और कम-से-कम सात अन्य घायल हो गए। रत्नागिरि के डिप्टी कलेक्टर मकरंद देशमुख ने कहा कि प्रदर्शनकारियों की पुलिस चौकी पर हमला और तोड़-फोड़ की गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में एक युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान 30 वर्षीय तबरेज सायेकर के रूप में हुई है। वह नाते गांव का मछुआरा था। पुलिस ने 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। देशमुख ने कहा कि प्राप्त सूचना के मुताबिक पुलिस की गोलीबारी में सात लोग घायल हुए हैं। राज्य के गृह मंत्री आरआर पाटील ने विधानसभा में कहा कि प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस चौकी पर हमला करने और परिसर में आग लगाने पर भीड़ पर पुलिस ने गोलियां चलाईं। उन्होंने कहा कि उन्होंने जिला प्रशासन से स्थिति की रिपोर्ट मांगी है और इस पर बाद में टिप्पणी करेंगे। एक स्थानीय प्रदर्शनकारी प्रदीप इंदुलकर ने कहा कि पुलिस ने दो अलग-अलग जगहों माधबन और नाते में कार्रवाई की। इंदुलकर ने कहा, "माधबन में पुलिस ने कई शिव सैनिकों की पिटाई की। उधर नाते में पुलिस ने पुलिस चौकी पर हमला करने वाली भीड़ पर गोलियां चलाईं।" जिला कलक्टर एम. गायकवाड़ और पुलिस अधीक्षक प्रदीप रास्कर सहित वरिष्ठ जिला अधिकारी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए नाते पहुंच चुके हैं। एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस की गोलीबारी के जवाब में शिव सैनिकों ने मंगलवार को रत्नागिरि को बंद रखने का आह्वान किया है। शिवसेना के प्रवक्ता के मुताबिक उनके प्रदर्शन में जैतपुर, नाते और माधबन गांव के सैकड़ों लोग शामिल थे। प्रदर्शन में स्थानीय विधायक राजन साल्वी, स्थानीय पार्टियों और गैर सरकारी संगठनों को भी शामिल किया गया था। पुलिस ने साल्वी और 50 अन्य प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। गृहमंत्री ने विधानसभा में बताया कि पुलिस ने पहले हवा में गोली चलाई, लेकिन जब वह भीड़ को तितर-बितर नहीं कर पाई तब उन्होंने भीड़ पर गोली चला दी। विपक्षी पार्टी हालांकि इस जवाब से संतुष्ट नहीं हैं। सरकार से बयान की मांग करते हुए शिव सेना के सुभाष देसाई ने कहा कि अधिकारी स्थानीय लोगों पर मुआवजा स्वीकार करने के लिए दबाव बना रहे हैं। इस मामले पर हंगामा होने के कारण सुबह पहले 10 मिनट के लिए विधानसभा की कार्रवाई स्थगित की गई। बाद में सदन को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया। विधान परिषद में उद्योग मंत्री नारायण राणे ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने परमाणु बिजलीघर परियोजना में घुसने की कोशिश की, जिस पर पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि क्रुद्ध भीड़ ने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया, जिस पर पुलिस को लाठी बरसानी पड़ी और बाद में गोलियां चलानी पड़ीं। प्रदर्शनकारी केंद्रीय पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश की आलोचना कर रहे थे और उनके खिलाफ नारे लगा रहे थे, जिन्होंने पिछले सप्ताह मुम्बई में परियोजना से पीछे नहीं हटने की बात कही थी।


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