जम्मू : एक फुटबॉल खिलाड़ी से कैसे पत्थरबाज बन गई अफ्शां आशिक

जम्मू कश्मीर की फुटबॉल खिलाड़ी अफ्शां आशिक ने तीन सप्ताह पहले पहली बार अपने जीवन में पत्थर उठाया और पत्थरबाजी की.

जम्मू : एक फुटबॉल खिलाड़ी से कैसे पत्थरबाज बन गई अफ्शां आशिक

प्रतीकात्मक फोटो

श्रीनगर:

जम्मू कश्मीर की फुटबॉल खिलाड़ी अफ्शां आशिक ने तीन सप्ताह पहले पहली बार अपने जीवन में पत्थर उठाया और पत्थरबाजी की. पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंकने वाली उसकी एक तस्वीर सामने आई है, जिससे घाटी में पत्थरबाजों की एक नई छवि नजर आ रही है. शनिवार को 21 वर्षीय फुटबॉल कोच ने टूरिस्ट रिसेप्शन सेंटर के मैदान में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से मुलाकात की जहां पर उसने मुख्यमंत्री से खिलाड़ियों विशेषकर लड़कियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया सुनिश्चित करने का आग्रह किया.
 
महबूबा एक विशेष शिविर के दौरान मैदान में विशेष रूप से विकलांग बच्चों और फुटबॉल खिलाड़ियों से मुलाकात करने गई थीं. पटियाला के प्रतिष्ठित नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ स्पोर्टस में प्रशिक्षण लेने वाले अफ्शां ने बताया, ‘‘उस दुर्भाग्यपूर्ण दिन मैंने जो किया था उसे लेकर मुझे कोई पछतावा नहीं है. उस क्षण जो परिस्थिति उत्पन्न हुई उस हिसाब से यह मेरी प्रतिक्रिया थी.’’

कश्मीरी एफसी एकेडमी का संचालन करने वाली अफ्शां 70 युवाओं को प्रशिक्षण देती हैं. उनमें 40 लड़कियां और 30 लड़के हैं. उन्होंने मौलाना आजाद रोड स्थित वुमेन्स कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की है. शहर के बीच में छात्रों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच एक संघर्ष के दौरान उनकी तस्वीर ली गई थी, जो स्थानीय और राष्ट्रीय समाचार पत्रों की सुखिर्यां बनी थी और सोशल नेटवर्किंग साइटों पर वायरल हो गई थी.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)


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