JNU के छात्रों को ईरोम शर्मिला से मिलने की अनुमति नहीं मिली

JNU के छात्रों को ईरोम शर्मिला से मिलने की अनुमति नहीं मिली

ईरोम शर्मिला

नई दिल्ली:

जेएनयू के छात्रों के एक समूह को मणिपुरी मानवाधिकार कार्यकर्ता ईरोम शर्मिला से मिलने की अनुमति नहीं दी गई। वह साल 2006 में उनके खिलाफ दर्ज आत्महत्या की कोशिश के मामले की सुनवाई के लिए शहर में थीं। बुधवार को शर्मिला को इस आरोप से मुक्त कर दिया गया।

पुलिस ने मणिपुर भवन के बाहर अवरोधक लगा रखे थे और छात्रों को वहीं रोक दिया गया। शर्मिला वहीं ठहरी हुई हैं। पुलिस ने कहा कि वे शर्मिला को छात्रों को संबोधित करने की अनुमति नहीं दे सकते हैं, क्योंकि वह अब भी न्यायिक हिरासत में हैं।

शर्मिला ने 22 मार्च को एक व्यक्तिगत मुचलका भरने से इनकार कर दिया था, जिसके कारण वह अब भी न्यायिक हिरासत में ही हैं। करीब एक घंटे चली बातचीत के बाद शर्मिला अवरोधकों के दूसरी ओर आयीं और छात्रों ने तालियों से उनका स्वागत किया।

उन्होंने हाथ हिलाकर छात्रों के समर्थन को स्वीकार किया। वहीं छात्रों ने 'अफस्पा हटाओ', 'अफस्पा मुर्दाबाद', 'ईरोम शर्मिला लाल सलाम' आदि के नारे लगाए। शर्मिला पिछले 16 सालों से मणिपुर से अफस्पा हटाने की मांग को लेकर अनशन पर हैं।

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)