मुंबई के चिल्ड्रेंस होम का हाल : बुरी तरह पिटाई के बाद दिया नशा, नाबालिग की मौत

मुंबई:

मुंबई के रिमांड होम में महिलाओं और नाबालिग पर अत्याचार और शोषण का मामला नया नहीं है, लेकिन इस बार तो हद ही हो गई। चिल्ड्रेंस होम के वार्डन और साथी कैदी ने नाबालिग कैदी आमीर अहमद की इतनी बुरी तरह पिटाई की कि 10 दिन बाद उसकी मौत हो गई। शिवाजी पार्क पुलिस ने दोनों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।

वारदात माटुंगा के डेविड ससून चिल्ड्रेंस होम की है। 17 साल का आमीर अहमद चोरी के आरोप में गिरफ्तार हुआ था और उसे चिल्ड्रेंस होम में रखा गया था। मरने से पहले आमीर के दिए बयान के मुताबिक 18 मई को साथी कैदी करीम ने उसे ड्रग का जुगाड़ करने के लिए कहा था, जिसे उसने मना कर दिया।

उसी रात आमीर ने दो अन्य साथियों के साथ रिमांड होम से भागने की कोशिश की। वो दोनों तो भाग गए, लेकिन आमीर पकड़ा गया। तब करीम और वार्डन गजानन पाखरे ने उसकी डंडों और बैट से बुरी तरह पिटाई की और वो शिकायत न करे, इसलिए उसे नशा भी दिया था। इस बीच आमीर के घर वालों ने 20 मई को उसकी जमानत करवा दी। नशे का असर समाप्त होने पर जब उसे दर्द शुरू हुआ तो उसने घर वालों को पिटाई के जख्म दिखाए।

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आमीर को घाटकोपर के राजावाड़ी अस्पताल में दिखाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने सिर्फ पट्टी कर उसे घर भेज दिया। दो दिन बाद जब तबीयत ज्यादा खराब हो गई, तब उसे फिर से राजावाड़ी ले जाया गया। वहां से उसे नायर अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन 28 मई को नायर अस्पताल में आमीर की मौत हो गई।