मुंबई: कल्याण-डोम्बिवली महानगरपालिका के चुनाव में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने के चलते शिवसेना और भाजपा के बीच चल रही खींचतान थम गयी है। दोनों पार्टियां एक बार फिर पावर शेयरिंग की थ्योरी पर अमल करते हुए कल्याण डोम्बिवली महानगरपालिका में एक साथ आ गयी हैं।
शिवसेना नेता सुभाष देसाई ने औपचारिक रूप से घोषणा की है कि कल्याण डोम्बिवली महानगरपालिका में दोनों पार्टियां एक साथ होंगी। देसाई ने कहा, "कल्याण डोम्बिवली की जनता के लिए दोनों दलों ने एक होने का फैसला किया है।"
दोनों पार्टियों के हुए इस समझौते में सबसे बड़ी अड़चन मेयर और डिप्टी मेयर के पद को लेकर थी। दिनभर चली चर्चाओं के बीच इस मुद्दे को भी सुलझा लिया गया। बीजेपी नेता रावसाहब पाटिल दानवे ने कहा, 'मेयर पद पर पहले ढाई साल शिवसेना का, एक साल बीजेपी का और अगले डेढ़ साल शिवसेना का उम्मीदवार रहेगा। डिप्टी मेयर पद पर पहले ढाई साल भाजपा का, एक साल शिवसेना का और अगले डेढ़ साल भाजपा का उम्मीदवार होगा।"
कल्याण-डोम्बिवली महानगरपालिका पर सत्ता के लिए दोनों पार्टियां एक साथ तो आ गयीं। मेयर और डिप्टी मेयर के पद के लिए चर्चा भी हो गई, लेकिन क्या इस समझौते का प्रभाव राज्य में सेना और भाजपा के बनते बिगड़ते समीकरण पर भी पड़ेगा। यह देखने वाली बात होगी।