कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने सोमवार को बैठक के बाद बताया कि गुरुवार को कर्नाटक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होगा. कर्नाटक में करीब दो सप्ताह से सियासी घमासान मचा हुआ है. कर्नाटक सरकार गिरने के कगार पर है क्योंकि इसके 16 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है, जिनमें से 13 विधायक कांग्रेस के हैं और तीन विधायक जद (एस) के हैं. दो निर्दलीय उम्मदीवारों ने भी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था. वहीं कर्नाटक के पांच और बागी विधायकों की अर्जी पर मंगलवार को सुनवाई के लिए उच्चतम न्यायालय सहमत हो गई है. इनकी सुनवाई भी इस्तीफों को स्वीकार करने की मांग कर रहे 10 अन्य विधायकों की अर्जी के साथ ही होगी. मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी विश्वास मत से पहले इस्तीफा देने वाले कुछ विधायकों को मनाने की कोशिश में जुटे हैं. सदन में सत्तारूढ़ गठबंधन के पास अध्यक्ष के अलावा 116 विधायक हैं जिनमें कांग्रेस के 78, जदएस के 37 और बसपा के एक विधायक हैं. अगर बागी विधायकों के इस्तीफे मंजूर होते हैं तो सत्ताधारी गठबंधन का आंकड़ा 100 रह जाएगा जबकि 224 सदस्यीय सदन में बहुमत के लिये जरूरी आंकड़ा 113 का है.
गुरुवार को होगा फ्लोर टेस्ट. बैठक के बाद सिद्धारमैया ने दी जानकारी
उच्चतम न्यायालय ने कांग्रेस के पांच और बागी विधायकों की याचिका को 10 बागी विधायकों की लंबित याचिका के साथ सुनने पर सहमति जता दी है. ये विधायक उच्चतम न्यायालय से उनका इस्तीफा स्वीकार करने के लिए कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष को निर्देश देने की मांग कर रहे हैं.
कांग्रेस विधायक विधान सौध पहुंचे हैं. भाजपा सदन में कांग्रेस-जेडीएस सरकार से बहुमत साबित करने की मांग कर रही है.
बीजेपी विधायक एक साथ बस से रामादा होटल से कर्नाटक विधानसभा पहुंचने के लिए निकले.