कश्मीर में सेना ने 24 घंटे में चार, और इस महीने में 22 आतंकी मार गिराए

सुरक्षाबलों के अभियानों में इस साल मारे गए आतंकियों की तदाद 54 तक पहुंची, सुरक्षाबलों के 17 जवान शहीद हुए

कश्मीर में सेना ने 24 घंटे में चार, और इस महीने में 22 आतंकी मार गिराए

प्रतीकात्मक फोटो.

नई दिल्ली:

कोरोना महामारी के दौरान भी सेना का आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है. मात्र चौबीस घंटे के भीतर सेना ने चार आतंकी ढेर कर दिए हैं. अनंतनाग और पुलवामा में दो-दो आतंकियों को मार गिराया है. अकेले इस महीने में सुरक्षाबलों ने 22 आतंकियों को मार गिराया है जबकि इस साल मरने वाले आतंकियों की तदाद 54 तक पहुंच चुकी है. इस साल कार्रवाइयों के दौरान ही सुरक्षाबलों के 17 जवान शहीद हो चुके हैं. आतंकियों ने नौ आम नागरिकों को मार दिया है.

गौरतलब है कि पिछले साल अगस्त से कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के छह महीने बाद सुरक्षाबलों पर उतने हमले नहीं हुए जितने कि लॉकडाउन के 28 दिनों में हुए हैं. 370 हटाए जाने के बाद छह महीने में सुरक्षाबलों के पांच जवान शहीद हुए थे जबकि इस दौरान करीब 30 से 40 आतंकियों को सेना ने मार गिराया. वहीं पिछले दो हफ्तों में कश्मीर में आतंकी हमलों में 10 जवान शहीद हुए हैं जबकि इसी दौरान 17 आतंकी भी मारे गए हैं. कोविड से लड़ने में जहां एक ओर सेना नागरिक प्रशासन की बढ़ चढ़कर मदद कर रहा है वहीं कश्मीर में कोशिश है कि आतंकवाद को भी काबू में रखा जाए.

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शनिवार की सुबह दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में 50 राष्ट्रीय राइफल्स, सीआरपीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने आतंकियों को घेरा और तलाशी अभियान चलाया. जैसे ही संयुक्त टीम संदिग्ध स्थान की ओर बढ़ी तो आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी की. गोलाबारी में दो आतंकवादी मारे गए.  इससे पहले शुक्रवार को आतंकवादियों ने  कुलगाम के शीरपोरा इलाके से एक कॉन्स्टेबल का अपहरण कर लिया. उसकी पहचान सरताज अहमद इटू के रूप में हुई. फिलहाल वह रेलवे स्टेशन श्रीनगर में तैनात हैं. एक-आरआर, एसओजी और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम ने तुरंत इस क्षेत्र की घेराबंदी कर ली. बचाव अभियान शुरू किया.  खोरपोरा में आतंकवादियों का पीछा किया गया था, जिसमें एक संक्षिप्त गोलाबारी हुई और दोनों आतंकी मारे गए. मारे गए आतंकवादियों की पहचान डॉ नदीम अहमद राथर और शाहीद अहमद भट के तौर पर हुई है. 
 
सेना ने लगातार नियंत्रण रेखा के साथ-साथ भीतरी इलाक़ों पर भी अपना वर्चस्व कायम किया है. आतंकवादी कैडर और उनके टॉप कमांडर को ख़त्म कर दिया गया है.  इससे घाटी में सुरक्षा ग्रिड और मजबूत हुआ है. सेना सकारात्मक सुरक्षा वातावरण बनाने में सफल रही है. सेना ने भरोसा दिलाया है इस साल गर्मियों के मौसम में आवाम की सुरक्षा और शांति बनी रहेगी.