भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के तेलागाना में दौरे के बाद सियासी समीकरण नाटकीय ढंग से बदले हैं...
खास बातें
- तेलंगाना में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के दौरे से बिगड़े समीकरण
- तेलंगाना राष्ट्र समिति के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने अमित शाह से खफा
- भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने टीआरएस सरकार को निशाने पर लिया
हैदराबाद: तेलंगाना राष्ट्र समिति के प्रमुख और तेलंगाना राज्य के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने बुधवार को कहा कि अभी तक निर्णय नहीं लिया है कि राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी को पार्टी समर्थन देगी या नहीं. इससे पहले पार्टी के ही एक वरिष्ठ विधायक ने कहा था कि पार्टी एनडीए समर्थित उम्मीदवार का समर्थन करेगी लेकिन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के राज्य में तीन दिवसीय दौरे के बाद सियासी समीकरण नाटकीय ढंग से बदले हैं.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार-मंगलवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि टीआरएस सरकार केंद्र की योजनाएं गरीबों तक पहुंचाने में विफल रही है. उन्होंने कहा था कि केंद्र की मोदी सरकार ने करोंड़ों रुपये का फंड राज्य को दिया है लेकिन राव सरकार उसका सही तरीके से इस्तेमाल करने में विफल रही है.
अमित शाह के इन आरोपों के बाद राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन करके शाह पर झूठे आरोप लगाने का दावा किया. राव ने कहा कि केंद्र को तेलंगाना राज्य बहुत अधिक राजस्व देता है. केसीआर ने यह भी आरोप लगाया कि अमित शाह टीआरएस और राज्य के लोगों के साथ ओछे दर्जे की राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 27 मई को आयोजित होने वाली बैठक में निर्णय लिया जाएगा कि राष्ट्रपति चुनाव में पार्टी किसका समर्थन करेगी. उन्होंने इशारों ही इशारों में संकेत दिया कि बीजेपी अध्यक्ष को अपनी गलती का अहसास जरूर होगा.
हालांकि केसीआर के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने एक बार फिर दोहराया कि टीआरएस सरकार हर मोर्चे पर विफल है. शाह ने यह भी कहा कि बीजेपी का आगामी रणनीति से तेलंगाना की सभी पार्टियां बौखलाई हुई हैं. गौरतलब है कि एनडीए के पास राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने के लिए बहुमत की कमी है. ऐसे में टीआरएस, वायएसआर कांग्रेस, एआईडीएमके, बीजू जनता दल जैसे क्षेत्रीय दलों का समर्थन हासिल करके एनडीए बहुमत के आकड़े को हासिल करना चाहता है.
जगमोहन रेड्डी की वायएसआर कांग्रेस ने एनडीए को समर्थन देने की बात पहले ही कह चुकी है जबकि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई. पलानीस्वामी ने आज ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है. ऐसा माना जाता है कि दोनों के बीच राष्ट्रपति चुनाव को लेकर चर्चा हुई है. उधर, विपक्षी पार्टियों की बैठक शुक्रवार को दिल्ली में हो रही है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी संयुक्त उम्मीदवार का फैसल करेंगी.