नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने एक बयान जारी करके कहा है कि दिल्ली में एंटी करप्शन हेल्पलाइन पर दिए गए जॉइंट कमिश्नर मुकेश मीणा के बयान के लिए उन पर कार्रवाई होगी। सरकार ने साफ़ किया है की 1031 हेल्पलाइन है और दिल्ली में करप्शन संबंधी मामलों की सभी शिकायत यहीं आ रही है और यहीं आएंगी, कोई दूसरा नम्बर नहीं है।
सरकार के मुताबिक़ मुकेश मीणा एसीबी चीफ नहीं हैं और उनको केवल ट्रेनिंग और अंडर ट्रायल केसों की मॉनिटरिंग का ज़िम्मा दिया गया है। एस.एस. यादव ही एसीबी के प्रमुख हैं। बयान में कहा गया है कि मीणा को एसीबी में गैर कानूनी तरीके से पीएम के इशारे पर दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम को रोकने के लगाया गया है।
कहा गया है कि हेल्पलाइन के बारे में किसी भी तरह के भ्रामक बयान देने वालों से सरकार कानूनी तरीके से निपटेगी।
गौरतलब है कि आप सरकार द्वारा शुरू की गई भ्रष्टाचार निरोधक हेल्पलाइन नंबर को ‘जनता के धन की बर्बादी’ करार देते हुए दिल्ली एसीबी प्रमुख एमके मीणा ने बुधवार को एक नई हेल्पलाइन शुरू की। हालांकि राज्य सरकार ने इस कदम को तुरंत निरस्त करते हुए कहा कि उसकी हेल्पलाइन ‘1031’ जारी है।
मीणा की नियुक्ति उपराज्यपाल ने की थी, जिसे आप सरकार ने खारिज कर दिया था। मीणा ने लोगों से एसीबी कार्यालय से संचालित नए नंबर पर भ्रष्टाचार की शिकायत करने के लिए कहा।
मीणा ने कहा, ‘हमने चौबीसों घंटे का हेल्पलाइन नंबर 011-23812905 और 011-23812906 शुरू किए हैं जो एसीबी द्वारा उसके कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा संचालित की किए जाएंगे।’ सरकार ने अपने बयान में कहा, ‘आईपीएस एसएस यादव एसीबी प्रमुख हैं। एसीबी से संबंधित कोई भी फैसला प्रमुख के तौर पर यादव ही करेंगे।’