किरेन रिजीजू ने एक जवान का वीडियो ट्वीट किया है.
खास बातें
- भारतीय सेना की मराठा इनफेंट्री के जवान श्री राम गोरदे का वीडियो
- जवान ने की अफजल और याकूब की तरफदारी करने वालों की आलोचना
- रिजीजू ने कहा, बच्चे कॉलेज में कुछ भी करें लेकिन सिर्फ देश को गाली न दें
नई दिल्ली: गुरमेहर के विवाद को लेकर देश के गृह राज्यमंत्री एक कदम आगे बढ़ गए जब उन्होंने राष्ट्रवाद की बहस का स्तर एक पायदान और ऊपर कर दिया. गृह राज्यमंत्री ने भारतीय सेना के एक सर्विंग जवान का वीडियो ट्वीट किया जिसमें वह अफजल और याकूब की तरफदारी करने वालों की आलोचना कर रहा है. मंत्री साहब का कहना है जवान इस तरह बोलने के लिए मजबूर हो रहे हैं.
गृह राज्यमंत्री किरेन रिजीजू ने ट्वीट किया है कि "सागर से गहरा है दर्द, हमारे जवान इस तरह बोलने के लिए मजबूर हो रहे हैं. ये बहुत दुःख की बात है." इस ट्वीट के साथ भारतीय सेना की मराठा इनफेंट्री के जवान श्री राम गोरदे का वीडियो भी है. इस वीडियो में श्रीराम गोरदे कह रहे हैं "सैनिक आतंकवाद से लड़ते हैं, माओवाद से लड़ते हैं, नक्सलवाद से लड़ते हैं. लेकिन देश के लिए खतरा आतंकवादियों और माओवादियों से नहीं बल्कि उन लोगों से है जो देश के विरोध में नारे लगाते हैं. जवान का कहना है कि देश में अफजल गुरु के समर्थन के नारे लगते हैं और याकूब मेमन के जनाजे में जनसैलाब उमड़ता है. लेकिन जब कोई सैनिक शहीद होता है तो कोई बात नहीं करता है. देश में कुछ लोग देशद्रोही भारत मुर्दाबाद के नारे लगाते हैं और तिरंगे को जलाते हैं."
श्रीराम आजकल जामनगर में पोस्टेड हैं और 9 मराठा इनफेंट्री में तैनात हैं. कुछ समय पहले वे उड़ी में भी पोस्टेड थे. श्रीराम आगे यह भी कहते हैं कि देश की रक्षा के लिए जवान हर दिन शहीद होते हैं और कोई आवाज नहीं उठती है. जब सेना पाकिस्तान में जाकर सर्जिकल स्ट्राइक करती है तो उसका सबूत मांगा जाता है.
श्री राम गोरदे से जब एनडीटीवी ने बात की तो उन्होंने बताया कि इस वीडियो को सबके सामने लाना जरूरी था और वे खुश हैं कि मंत्रीजी ने खुद इसे ट्वीट किया. हालांकि यह वीडियो पिछले साल दिसंबर का है, लेकिन चर्चा में अब आया है.
गुरमेहर को लेकर किरेन रिजीजू के हर रोज बयान आ रहे हैं. रिजीजू ने एनडीटीवी इंडिया से कहा "वो तो 22 साल की लड़की है. मैं सबको कहना चाहता हूं कि बच्चों को भड़काएं नहीं. बच्चे कॉलेज में जो कुछ भी करें लेकिन सिर्फ देश को गाली न दें."
उधर गुरमेहर का पक्ष रखने के लिए उसके दादाजी अपनी पोती के समर्थन में सामने आए. गुरमेहर के दादा कंवलजीत सिंह का कहना है कि "वो तो बच्ची है उसे क्या मालूम मैं पूछना चाहता हूं किरेन रिजीजू से कि कौन उसका दिमाग खराब कर रहा है. ऐसा नहीं कहना चाहिए. वह तो बहुत छोटी थी जब उसने अपने पिता खो दिया था. वह सबकी बेटी है."
दरअसल इस मामले ने इतना तूल पकड़ लिया है कि हर कोई इस पर बयान दे रहा है. इसे लेकर गुलमेहर का परिवार अब बहुत परेशान हो चुका है. कांग्रेस ने इस मुद्दे पर गृह राज्यमंत्री का इस्तीफा भी मांग लिया है.