अरविंद केजरीवाल ने CAA पर उठाए सवाल तो कुमार विश्वास ने कुछ इस अंदाज में ली चुटकी

नागरिकता कानून के लेकर पूरे देश में चर्चा और विमर्श का दौर जारी है. एक तरफ इसके खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं तो दूसरी तरफ एक खेमा ऐसा भी है जो इस कानून के पक्ष में खड़ा नजर आ रहा है.

अरविंद केजरीवाल ने CAA पर उठाए सवाल तो कुमार विश्वास ने कुछ इस अंदाज में ली चुटकी

कुमार विश्वास ने अरविंद केजरीवाल पर फिर साधा निशाना

नई दिल्ली:

नागरिकता कानून के लेकर पूरे देश में चर्चा और विमर्श का दौर जारी है. एक तरफ इसके खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं तो दूसरी तरफ एक खेमा ऐसा भी है जो इस कानून के पक्ष में खड़ा नजर आ रहा है. इन सबके बीच इस मुद्दे पर सियासी पारा भी गरमाया हुआ है. कई सत्ताधारी दलों ने इस कानून को अपने राज्य में लागू करने से इनकार कर दिया है, इसी कड़ी में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सवाल पूछा गया कि वह इस कानून के पक्ष में हैं या विपक्ष में. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कानून पर सवाल उठाते हुए कहा कई ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब मिलना बाकी है, जैसे इस बात की क्या गारंटी है कि संशोधित नागरिकता कानून के तहत पाकिस्तान जासूसों को हिंदू के रूप में नहीं भेजेगा.

अरविंद केजरीवाल का वादा, यदि फिर से 'आप' की सरकार बनी तो यमुना को इतना साफ बनाएंगे कि...

उन्होंने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून का हिंदुओं और मुसलमानों, दोनों पर असर होगा और केंद्र सरकार को पहले अपने नागरिकों की चिंता करनी चाहिए और उसके बाद दूसरे देश के लोगों की. अरविंद केजरीवाल के इस बयान पर कुमार विश्वास ने चुटकी ली. उन्होंने केजरीवाल के इस बयान को रिट्वीट करते हुए पूछा, फिर सबूत चाहिए, यू ना सुधरै.

यह पहला मौका नहीं है जब कुमार विश्वास ने नागरिकता कानून को लेकर आम आदमी पार्टी या फिर अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा हो. इससे पहले भी वह दिल्ली में हुई हिंसक प्रदर्शनों के खिलाफ आप पर नाराजगी जाहिर की थी. कुमार विश्वास ने ट्वीट करते हुए अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया था कि सत्ता के लिए ये देश-सेना-जनता-सिद्धांत-बच्चे-दोस्त-माँ , बाप कुछ भी दांव पर लगा सकते है. साथ ही उन्होंने लिखा था "आदतन कमीनेपन को लागू करने के लिए फिर एक बार अपने उसी “अमानती गुंडे” का इस्तेमाल? 

NDTV से बोले दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल- देश को CAA की जरूरत नहीं, रोजगार पर दें ध्यान

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

बता दें कि सीएए के अनुसार हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के सदस्य जो पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से वहां धार्मिक उत्पीड़न के चलते 31 दिसंबर, 2014 तक भारत आये हैं, उन्हें भारतीय नागरिकता मिलेगी.

Video: टाउनहॉल में बोले केजरीवाल: देश को CAA नहीं, रोजगार की है जरूरत