मेरा मन कर रहा है इस्तीफा दे दूं, संसद हार गई तो बहुत बदनामी होगी : लालकृष्ण आडवाणी

मेरा मन कर रहा है इस्तीफा दे दूं, संसद हार गई तो बहुत बदनामी होगी : लालकृष्ण आडवाणी

लालकृष्ण आडवाणी (फाइल फोटो)

खास बातें

  • संसद की कार्यवाही न चलने से दुखी हैं आडवाणी
  • वह संसद में नोटबंदी पर चाहते हैं चर्चा
  • उन्होंने कहा- सबको लगी है मैं जीतूं- मैं जीतूं
नई दिल्ली:

संसद के शीतकालीन सत्र में लगातार हंगामा जारी है. एक भी दिन कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पाई है. सरकार और विपक्ष एक दूसरे पर चर्चा से भागने का आरोप लगा रहे हैं. राहुल गांधी ने नोटबंदी को लेकर पीएम मोदी पर निजी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. पिछले काफी समय से चुप्पी साधे हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने इस मामले पर चुप्पी तोड़ी है.

लालकृष्ण आडवाणी का आक्रोश फूटा
वहीं लोकसभा में पिछले करीब तीन सप्ताह से जारी गतिरोध पर वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी का आक्रोश फिर से फूट पड़ा और उन्होंने कहा कि नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा किए बिना यदि शुक्रवार को लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई तो ‘‘संसद हार जाएगी और हम सब की बहुत बदनामी होगी.

अन्य दलों के सदस्यों से बातचीत में कही इस्तीफे की बात
आडवाणी ने हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित होने के बाद आक्रोश जताते हुए कुछ अन्य दलों के सदस्यों के साथ बातचीत में कहा, मेरा तो मन कर रहा है कि इस्तीफा दे दूं. उन्होंने कहा, सदन में नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा जरूर होनी चाहिए.

भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, चर्चा जरूर करें और शुक्रवार को चर्चा कर शांति से सदन को स्थगित कर दें. बिना किसी जीत हार के. उन्होंने कहा, सब को लगी है , मैं जीतूं , मैं जीतूं...लेकिन यदि कल भी ऐसे ही हंगामे के बीच सदन स्थगित हो गया तो संसद हार जाएगी और हम सब की बहुत बदनामी होगी. विमुद्रीकरण के मुद्दे पर विपक्ष और सत्ता पक्ष के सदस्यों के भारी हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही करीब सवा 12 बजे स्थगित होने के बाद भी आडवाणी सदन में करीब 20 मिनट तक गंभीर चिंतन की मुद्रा में बैठे रहे.

सदन स्थगित होने पर तृणमूल कांग्रेस के इदरिस अली उनकी सीट पर गए और उन्हें प्रणाम किया. इस बीच विपक्ष के कुछ ओर सदस्य भी आडवाणी की सीट के पास आ गए.

पत्रकारों ने बातचीत सुनी
पत्रकार गैलरी में मौजूद पत्रकारों ने इदरिस अली के साथ बातचीत में आडवाणी को यह कहते हुए सुना कि उन्होंने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से कहा था कि मेरा नाम लेकर लोकसभा अध्यक्ष से कहिए कि सत्ता पक्ष और कांग्रेस की ओर से किसी एक नेता को आज बुला लें और यह तय कर लें कि शुक्रवार को सदन चले.

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sonia gandhi and advani
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गुरुवार को की थी स्पीकर से मुलाकात
एनडीटीवी के पत्रकार अखिलेश शर्मा की खबर के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने गुरुवार सुबह लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन से मुलाकात की थी और कहा कि बुधवार को संसद की कार्यवाही में गतिरोध को खत्म नहीं करने को लेकर उनके द्वारा जताई गई नाराज़गी स्पीकर या संसदीय कार्यमंत्री के खिलाफ नहीं थी. उन्होंने कहा कि इस तरह की मीडिया रिपोर्ट गलत हैं.
 
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पीएम मोदी और लालकृष्ण आडवाणी

संसद में कार्यवाही बाधित करने वालों के खिलाफ हो कार्रवाई
उन्होंने लोकसभा स्पीकर को बताया कि वह उन सांसदों के खिलाफ कार्रवाई चाहते थे, जो सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहे हैं. लालकृष्ण आडवाणी ने बुधवार रात को केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार को भी फोन किया था और यही बातें कही थीं.

ऐसे सांसदों के वेतन और भत्तों में कटौती हो
पूर्व उपप्रधानमंत्री के करीबी सूत्रों का कहना है कि आडवाणी पिछले कुछ दिन से कहते आ रहे हैं कि लोकसभा स्पीकर को विपक्षी दलों के उन सांसदों का नाम लेना चाहिए, जो सदन की कार्यवाही को बाधित कर रहे हैं. बुधवार को आडवाणी ने सुझाव दिया था कि हंगामा मचाने और सदन की कार्यवाही को बाधित करने वाले सांसदों के वेतन और भत्तों में कटौती की जानी चाहिए.

इसी दौरान बीजेपी के एक अन्य वरिष्ठ नेता शांताकुमार ने भी लोकसभा स्पीकर को खत लिखकर मांग की है कि सदन की कार्यवाही को बाधित करने वाले सांसदों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, और उनके वेतन और भत्तों का भुगतान नहीं किया जाना चाहिए.

(इनपुट्स भाषा से भी)

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