यह ख़बर 05 फ़रवरी, 2014 को प्रकाशित हुई थी

तेलंगाना मुद्दे पर हंगामे के बीच संसद के आखिरी सत्र की शुरुआत

नई दिल्ली:

संसद का आखिरी सत्र भारी शोर-शराबे के बीच शुरू हुआ। तेलंगाना मुद्दे पर जोरदार हंगामे के बीच दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित हुई। सत्र के पहले ही दिन लोकसभा तेलंगाना के समर्थकों और विरोधियों के भारी हंगामे के चलते कल तक स्थगित कर दी गई।

लोकसभा में स्थगन से पहले भाजपा ने पूर्वोत्तर के छात्रों की असुरक्षा का मु्द्दा उठाया। अरुणाचल के छात्र नीडो तानियाम की मौत का मुद्दा लोकसभा में नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने उठाया। उन्होंने सरकार से पूर्वोत्तर के छात्रों की हिफाजत का मामला उठाते हुए इन छात्रों के लिए ज्यादा हॉस्टल बनाने की मांग की।

सुबह कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदन को पूर्व सदस्यों एमएम हाशिम, पीके घोष, दीपक कुमार और पीयूष तिर्की के निधन तथा लाटविया एवं रूस में त्रासदपूर्ण घटनाएं समेत आंध्र प्रदेश की रेल दुर्घटना, गोवा के पणजी में निर्माणाधीन इमारत गिरने, मुंबई में भगदड़, अंडमान-निकोबार में पर्यटक नाव डूबने की त्रासदी में जानमाल के नुकसान की जानकारी दी। सदन ने कुछ पल मौन रखकर इन घटनाओं में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी।

इसके बाद अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल चलाने को कहा, सीमांध्र क्षेत्र के कांग्रेस सदस्य और टीडीपी सदस्य एकीकृत आंध्र प्रदेश की मांग करते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए। उनके हाथों में तख्तियां थीं, जिसे पर लिखा था, 'आंध्र प्रदेश को एकजुट रखें'। इसके साथ ही अकाली दल के सदस्य 1984 के सिख विरोधी दंगों का विषय उठाते हुए आसन के समीप आ गए। उनके हाथों में तख्तियों थीं, जिन पर मामले में तेजी से कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की गई थी। कई सदस्य राष्ट्रीय राजधानी में पूर्वोत्तर क्षेत्र के लोगों की सुरक्षा के विषय को उठाते हुए कथित भेदभाव किए जाने का आरोप लगा रहे थे।

कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने अरुणाचल प्रदेश के छात्र नीडो की हत्या के मामले को जोर-शोर से उठाया।

इससे पूर्व, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सभी पक्षों से अपील की कि वे संसद में महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराने में सरकार का सहयोग करें। तेलंगाना मुद्दे पर संसद के बाधित होने की संभावना पर एक सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह दिक्कतें हैं। वहीं वित्तमंत्री पी चिंदबरम ने कहा कि संसद के इस सत्र में कोई विधेयक पारित होने पर शक है।

संसद भवन परिसर में प्रधानमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि संसद में सुचारू रूप से कामकाज होगा। तेलंगाना मुद्दे पर संसद के बाधित होने की आशंका पर एक सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा, कुछ दिक्कतें हैं। उम्मीद है कि सभी पक्ष अपने पूर्वाग्रह अलग रखकर विवेक दिखाएंगे और सदन के सहज कामकाज के लिए अनुकूल माहौल बनाएंगे।

तेलंगाना, चॉपर डील, महंगाई जैसे मुद्दे एक बार फिर संसद में गूंज सकते हैं। भाजपा आज से शुरू हो रहे संसद सत्र में वीवीआइपी हेलीकॉप्टर घोटाले का मुद्दा उठाएगी। राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा कि एनडीए चाहती है कि संसद की कार्यवाही बिना बाधा के चले, लेकिन उसे संदेह है कि कांग्रेस और उनके साथी इसमें बाधा डालेंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वीवीआईपी चॉपर डील में इटली की कंपनी द्वारा सोनिया के करीबियों से संपर्क साधने के मुद्दे को वह जोर−शोर से उठाएंगे।

वैसे, भारत सरकार 3600 करोड़ का कॉन्ट्रेक्ट पिछली जनवरी में रद्द कर चुकी है। उस डील के आधार पर भारत को तीन वीवीआईपी हेलीकॉप्टर मिल चुके हैं, जो अभी तक इस्तेमाल नहीं किए गए। संसद के आखिरी सत्र में सरकार अंतरिम बजट भी पेश करेगी।

आखिरी सत्र में यूपीए सरकार राहुल गांधी के चुनिंदा बिलों को पास कराने की कोशिश में है। भ्रष्टाचार निरोधी बिल और महिला आरक्षण बिल समेत सरकार ने करीब 39 बिल संसद में पास कराने के लिए प्रस्तावित कर दिए हैं।

वहीं समाजवादी पार्टी को छोड़कर अधिकतर दलों ने भ्रष्टाचार निरोधी बिल पर अपनी सहमति दे दी है। समाजवादी पार्टी का कहना है कि इस सत्र में सिर्फ वित्तीय विधेयकों को ही पारित कराया जाए।

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गौरतलब है कि 15वीं लोकसभा का कार्यकाल खत्म होने में अब एक महीने से भी कम का वक्त बचा है। ऐसे में अगर 15वीं लोकसभा में हुए काम पर नजर डाली जाए तो आजादी के बाद से अब तक 15वीं लोकसभा में सबसे कम काम हुआ है। संसद के दोनों सदनों में कुल मिलाकर अभी 126 बिल पेंडिंग हैं। इनमें से 72 बिल लोकसभा में पेंडिंग हैं और 54 बिल राज्यसभा में पेंडिंग हैं। संसद के कामकाज के ये आंकड़े PRS Legislative Research द्वारा जारी किए गए हैं।

(इनपुट भाषा से भी)