खास बातें
- झारखंड के लातेहार में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद सीआरपीएफ जवानों के चार शव जब पोस्टमॉर्टम के लिए रांची ले जाए गए, तो डॉक्टर यह देखकर चौंक गए कि उनमें से एक जवान के पेट को चीरकर नक्सलियों ने उसमें बम रख दिया था।
रांची: झारखंड के लातेहार में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद सीआरपीएफ जवानों के चार शव जब पोस्टमॉर्टम के लिए रांची ले जाए गए, तो डॉक्टर यह देखकर चौंक गए कि उनमें से एक जवान के पेट को चीरकर नक्सलियों ने उसमें बम रख दिया था।
इसके बाद तुरंत बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया, ताकि बम को नाकाम किया जा सके। काफी मशक्कत के बाद बम निरोधक दस्ते ने बम को नाकाम कर दिया।
गौरतलब है कि रांची से लगभग सौ किलोमीटर दूर लातेहार के जंगलों में अमुआटीकर गांव में सोमवार की रात सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में माओवादियों ने घात लगाकर किए गए हमले में सीआरपीएफ के नौ जवानों समेत कुल 10 सुरक्षाकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया और 14 अन्य सुरक्षाकर्मियों को घायल कर दिया।
पुलिस अधीक्षक क्रांति कुमार ने बताया कि माओवादियों ने सोमवार की बिछाई गई बारूदी सुरंगों के जाल में फंसे घायल सुरक्षाकर्मियों को बड़ी बेरहमी से मारा और कुछ सुरक्षाकर्मियों के शरीर पर मरने से पहले ही उन्होंने आइईडी बांध दिया।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा नक्सलियों ने पलामू के रहने वाले सीआरपीएफ के जवान बैजनाथ किस्कू के शव पर आइईडी लगाकर उसके चीथड़े उड़ा दिए। उन्होंने बताया कि इलाहाबाद के रहने वाले सीआरपीएफ की 112वीं बटालियन के जवान बाबूलाल पटेल का पेट चीरकर उसके भीतर आइईडी ठूंस दिया और फिर से उसका पेट सिल दिया। क्रांति कुमार ने बताया कि इस जवान का शव जब रांची के राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में अन्य शहीद जवानों के साथ पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया, तो डॉक्टरों ने उनका पेट चीरा, तो उसमें से आइईडी निकला। यह देखकर अस्पताल में अफरातफरी मच गई।
(इनपुट भाषा से भी)