कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार की लिंगायत को अल्पसंख्यक का दर्जा देने की सिफारिश का अखिल भारत वीरशैव महासभा ने विरोध किया है.
खास बातें
- केंद्र सरकार से की गई सिफारिश स्वीकार नहीं
- चर्चा के लिए 23 मार्च को बैठक बुलाई गई
- शिवशंकरप्पा सत्ताधारी कांग्रेस के विधायक
बेंगलुरु: अखिल भारत वीरशैव महासभा ने आज कहा कि वह लिंगायत और वीरशैव लिंगायत समुदाय को धार्मिक अल्पसंख्यक दर्जा देने के लिए कर्नाटक की कांग्रेस सरकार की ओर से केंद्र की राजग सरकार से की गई सिफारिश को स्वीकार नहीं करेगी.
कैबिनेट के फैसले को‘‘ नाइंसाफी की इंतेहा’’ करार देते हुए महासभा के अध्यक्ष शमनूर शिवशंकरप्पा ने कहा कि आगे के कदम पर चर्चा के लिए 23 मार्च को बैठक बुलाई गई है.
VIDEO : अलग धर्म का दर्जा
गौरतलब है कि शिवशंकरप्पा सत्ताधारी कांग्रेस के विधायक हैं. वीरशैव धर्म को प्राचीन करार देते हुए उन्होंने कर्नाटक कैबिनेट के कल के फैसले पर असंतोष व्यक्त किया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)