केरल में ‘चाइना मुक्कू’ इलाके का नाम बदलना चाहते हैं ग्रामीण, यहां लाल झंडे देख नेहरू ने कहा था...

पंचायत अध्यक्ष एम रेजानी ने कहा कि परिषद की बैठक के बाद निर्णय लिया जाएगा. इलाके के कुछ लोगों ने भी नाम बदलने की मांग की है.

केरल में ‘चाइना मुक्कू’ इलाके का नाम बदलना चाहते हैं ग्रामीण, यहां लाल झंडे देख नेहरू ने कहा था...

लद्दाख में चीन और भारतीय सैनिकों के बीच हुई भिड़ंत के बाद देश के कई हिस्सों में चीन का बहिष्कार हो रहा है (फाइल फोटो)

पथनमथिट्टा:

हाल ही में भारत-चीन के सैनिकों के बीच संघर्ष, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए के विरोध में केरल के लोग ''चाइना मुक्कू'' क्षेत्र का नाम बदलने की मांग कर रहे हैं.पंचायत के प्रतिनिधियों ने कहा कि ''चाइना मुक्कू'' (चाइना जंक्शन) का नाम भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने तब दिया था, जब वे 1952 के लोकसभा चुनावों के लिए क्षेत्र का दौरा करने आए थे. चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के झंडों के साथ नेहरू के दल का स्वागत किया गया था. उन्होंने पीटीआई-भाषा को बताया कि जब नेहरु इस स्थान पर पहुंचे तो बहुत सारे लाल झंडों को देखा तो पूछा कि क्या यह ‘चाइना जंक्शन' है? यह नाम तब से ही पड़ा हुआ है.

ग्राम पंचायत के उपाध्यक्ष प्रवीण प्लाविलायिल ने 23 जून को नाम बदलने का प्रस्ताव दिया. उन्होंने कहा, ‘‘चीन द्वारा पैदा की गई युद्ध जैसी स्थिति और बहादुर भारतीय सैनिकों की शहादत को देखते हुए क्षेत्र का नाम बदल दिया जाना चाहिए.''

पंचायत अध्यक्ष एम रेजानी ने कहा कि परिषद की बैठक के बाद निर्णय लिया जाएगा. इलाके के कुछ लोगों ने भी नाम बदलने की मांग की है. उन्होंने कहा कि हमें इस पर विचार करने की जरुरत है. यह कोई आधिकारिक नाम नहीं है. हमारे पास इस नाम से कोई डाकघर नहीं है और न ही यह एक बड़ा शहर है. कांग्रेस के नेतृत्व में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट को पंचायत में बहुमत प्राप्त है जिसमें कुल 18 सदस्यों में से 12 सदस्य फ्रंट के हैं. बाकी पांच माकपा से हैं और एक निर्दलीय है.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)