Lok Sabha Election 2019 : उत्तर प्रदेश में EVM को लेकर कई जगहों पर 'संदेह', अब तक सामने आईं 10 बड़ी बातें

Election 2019 : कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि देश के कई हिस्सों में स्ट्रांगरूम से ईवीएम स्थानांतरित किए जाने की शिकायतों पर चुनाव आयोग को तत्काल प्रभावी कदम उठाना चाहिए. पार्टी के नेता राजीव शुक्ला ने यह भी कहा कि यह सुनिश्चित करना चुनाव आयोग का कर्तव्य है कि चुनाव प्रक्रिया निष्पक्ष हो.

Lok Sabha Election 2019 : उत्तर प्रदेश में EVM को लेकर कई जगहों पर 'संदेह', अब तक सामने आईं 10 बड़ी बातें

Lok Sabha Elections 2019 : पूरे उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर ईवीएम को लेकर संदेह जताया जा रहा है.

नई दिल्ली: कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि देश के कई हिस्सों में स्ट्रांगरूम से ईवीएम स्थानांतरित किए जाने की शिकायतों पर चुनाव आयोग को तत्काल प्रभावी कदम उठाना चाहिए. पार्टी के नेता राजीव शुक्ला ने यह भी कहा कि यह सुनिश्चित करना चुनाव आयोग का कर्तव्य है कि चुनाव प्रक्रिया निष्पक्ष हो. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ''जगह जगह से ईवीएम स्थानांतरित किए जाने की शिकायतें आ रही हैं. उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा और पंजाब सहित कई जगहों पर स्ट्रांग रूम से ईवीएम को ले जाने की शिकायतें आ रही हैं. लोगों का संदेह बढ़ रहा है.'' शुक्ला ने कहा, '' चुनाव आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि चुनाव निष्पक्ष हों. आयोग को तत्काल प्रभावी कदम उठाना चाहिए.'' उन्होंने कहा कि आज विपक्षी दलों के नेता चुनाव आयोग से मिलेंगे और यह मामला उठाएंग. एग्जिट पोल के सवाल पर शुक्ला ने कहा कि यह मनोरंजन की तरह है और इसे पार्टी गंभीरता से नहीं ले रही. ‘‘ये असल नतीजे नहीं हैं.’’ पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के चुनाव आयोग की तारीफ करने संबन्धी बयान को लेकर शुक्ला ने कहा, ''मुखर्जी ने तो यह भी कहा है कि चुनाव आयुक्त की नियुक्ति की प्रक्रिया पर विचार होना चाहिए. उनके इस बयान पर बात क्यों नहीं हो रही है?'' आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की करीब 5 जगहों पर ईवीएम को लेकर बवाल मचा हुआ है.

10 बड़ी बातें

  1. उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ीपुर में प्रशासन ने स्ट्रांग रूम की निगरानी में 5 लोगों को रहने की इजाज़त दे दी है. सोमवार को यहां गठबंधन के उम्मीदवार अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए थे. उनका आरोप था कि ग़ाज़ीपुर लोकसभा के अंतर्गत 5 विधानसभाएं आती हैं और हर विधानसभा की ईवीएम 5 अलग-अलग जगहों पर हैं.

  2. चंदौली में भी ईवीएम को लेकर गठबंधन समर्थक धरने पर बैठ गए. आरोप है कि गाड़ी से लाई गई कुछ ईवीएम को काउंटिंग स्थल के एक अलग कमरे में रखा गया. 

  3. उत्तर प्रदेश के डुमरियागंज में सपा-बसपा कार्यकर्ताओं ने पिछले मंगलवार को ईवीएम से भरा एक मिनी ट्रक पकड़ा गया था. इनका आरोप है कि इस ट्रक को ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम से बाहर लाया जा रहा था. इसके साथ ही इनका आरोप है कि बीजेपी के लोगों ने इन ईवीएम मशीन के साथ छेड़छाड़ की है. यहां 12 मई वोटिंग डाले गए थे.

  4. उत्तर प्रदेश के मऊ में सपा-बसपा गठबंधन के उम्मीदवार अतुल राय अपने समर्थकों के साथ ईवीएम में गड़बड़ी होने की आशंका को लेकर स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर बैठ गए.  ईवीएम की सुरक्षा करने पहुंच कर वहां स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर कुर्सी लगाकर बैठे हैं.

  5. मिर्ज़ापुर में कांग्रेस उम्मीदवार ललितेश पति त्रिपाठी का आरोप है कि 300 रिज़र्व EVM का ग़लत इस्तेमाल हो रहा है. कांग्रेस उम्मीदवार  का आरोप है कि ये EVM बिना किसी सुरक्षा के अलग कमरे में रखे गए थे लेकिन अब इन्हें स्ट्रांग रूम में ले जाया जा रहा है. उन्होंने ऑब्ज़र्वर से लिखित शिकायत भी की है.

  6. कन्नौज में भी EVM को लेकर सपा के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया. कार्यकर्ताओं ने स्ट्रॉन्ग रूम में CCTV बंद करने और ईवीएम की अदल-बदली का भी आरोप लगाया. जिला प्रशासन से इसकी शिकायत की गई है.

  7. कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला का कहना है कि अगर ये रिज़र्व ईवीएम मशीनें हैं तब इन्हे रात के अंधेरे में क्यों ले जा रहे हैं. इन्हें उम्मीदवारों के लोगों को दिखाकर भेजना चाहिए. इससे लोगों में शंका बढ़ रही है. चुनाव आयोग लोगों के संदेश को दूर करे.

  8. वहीं बिहार के मुख्यमंत्री ईवीएम पर सवाल बोगस है, ईवीएस से चुनाव में पारदर्शिता आई है, हमें शुरू से ईवीएम पर भरोसा था, जब एनडीए की सरकार नहीं थी तब ईवीएम आया था, जब कोई पक्ष हारने लगता है तो इस तरह की बात करते हैं, ईवीएम पिछले कई सालों से चल रहे हैं. 

  9. जो भी ईवीएम विलाप मंडली की हिस्सा हैं वो इसी से चुनाव जीतकर सरकार बना चुके हैं. जब जीते तो ईवीएम ठीक अब ख़राब हो गई है. ईवीएम विलाप मंडली को ज़मीन की हक़ीक़त पता चल गई है. 

  10. इन सभी मामलों पर चुनाव आयोग ने एक बिंदुवार सफाई दी है और मामले को सुलझाने का दावा किया है.