जबलपुर में सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच टकराव से तनाव की स्थित बन गई.
खास बातें
- गणतंत्र दिवस पर युवकों के एक समूह ने तिरंगा यात्रा निकाली
- CAA के विरोध में धरना दे रहे लोगों के सामने से निकली यात्रा
- दोनों समूहों के बीच तनाव के हालात बन गए
भोपाल: मध्यप्रदेश के जबलपुर (Jabalpur) शहर में संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के समर्थकों और विरोधियों के आमने-सामने आने से तनाव के हालात बन गए हैं. शहर के आधारताल में गणतंत्र दिवस पर युवकों के एक समूह ने तिरंगा यात्रा निकाली. यह यात्रा एक ऐसे स्थान से गुजरी जहां पर संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में धरना चल रहा है. इस दौरान दोनों समूहों के बीच टकराव की स्थित बन गई. पुलिस ने हालात को नियंत्रित करने की कोशिश की. अधिकारियों ने लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन तभी पथराव शुरू हो गया. देखते ही देखते भगदड़ मच गई. पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े.
जबलपुर के अधारताल थाना क्षेत्र में रविवार को भारी तनाव की स्थित बन गई. स्थानीय युवाओं द्वारा तिरंगा रैली निकालने को लेकर दो समुदाय आमने-सामने आ गए. गाजी बाग में संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के विरोध में चल रहे धरना प्रदर्शन के सामने से रैली निकालने पर तनाव के हालात बन गए.
पुलिस ने दोनों समुदायों के लोगों के बीच बेरिकेटिंग करके लोगों को अलग-अलग किया. तनाव के हालात में शहर का अधारताल-गोहलपुर मार्ग बाधित हो गया है. हालात बिगड़ने पर जबलपुर के कलेक्टर और एसपी सहित तमाम आला अफसर मौके पर पहुंच गए हैं.
CAA पर बवाल: मध्य प्रदेश के 52 में से 50 ज़िलों में धारा 144 लागू, जबलपुर में हिंसक प्रदर्शन
नागरिकता संशोधन कानून के मुद्दे पर लगभग डेढ़ महीने बाद मध्यप्रदेश के जबलपुर में फिर तनाव पसर गया है. दरअसल 26 जनवरी के मौके पर शहर में नागरिकता कानून के समर्थक तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे जो कि गोहलपुर होते हुए रद्दी चौकी की तरफ बढ़ रही थी. लेकिन सुरक्षा और विवाद की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने रद्दी चौकी से करीब एक किलोमीटर दूर बैरिकेड लगाकर रैली को रोक दिया, क्योंकि आगे सीएए के विरोध में मुस्लिम महिलाएं कुछ दिनों से विरोध प्रदर्शन पर बैठी हैं.
मौके पर एसपी जबलपुर अमित सिंह और कलेक्टर भरत यादव ने लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन तभी पथराव शुरू हो गया. देखते ही देखते भगदड़ मच गई. पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े.
कलेक्टर भरत यादव ने कहा ''तिरंगा यात्रा की अनुमति जहां तक दी गई वहां दूसरा पक्ष इकठ्ठा था. उनका कहना था कि कानून के विरोध में लोग कई दिनों से बैठे हैं जिससे लोगों को दिक्कत हो रही है. बच्चों की परीक्षा है जिससे उन्हें आने-जाने में दिक्कत हो रही है. हमने उनको बताया कि उनको कल तक अनुमति थी उनको समझाकर उठाएंगे. फिर थोड़ी पत्थरबाजी हुई है लेकिन अब स्थिति शांतिपूर्ण है. हम लोग मुस्तैद हैं, स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.जबलपुर में वार्षिक परीक्षा को देखते हुए और किसी भी प्रकार से जनजीवन और प्रभावित न हो, इसके मद्देनजर किसी प्रकार की यात्रा या प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी.''
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को लेकर विवाद, यूपी और एमपी पुलिस भिड़ीं
जबलपुर में सीएए के विरोध में दिसंबर में भी जमकर बवाल हुआ था, जिसके बाद चार थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाना पड़ा था.
VIDEO : CAA पर केंद्र सरकार को राज ठाकरे का साथ