यह ख़बर 01 दिसंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

अब्दुल हकीम हत्याकांड में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश

खास बातें

  • बुलंदशहर के अब्दुल हकीम ऑनर किलिंग मामले में आखिरकार यूपी पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं इस मामले में सरकार ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं और मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतक के परिवार को पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की गई ह
लखनऊ:

बुलंदशहर के अब्दुल हकीम ऑनर किलिंग मामले में आखिरकार यूपी पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं इस मामले में सरकार ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं और मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतक के परिवार को पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की गई है।

एक तरफ जहां टीवी शो 'सत्यमेव जयते' की डायरेक्टर ने मृतक अब्दुल हकीम की पत्नी महवीश को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है, वहीं दूसरी तरफ केरल की सीपीआईएम की सांसद टीएन सीमा ने इस मामले को राज्यसभा में उठाने का दावा किया है।

खादी ग्रामोद्योग के अध्यक्ष एवं राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त रियाज अहमद ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस हत्या मामले की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। महविश से मुलाकात करने वाले अहमद ने कहा कि पीड़ित के परिजन को मुख्यमंत्री कोष से पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि भी दी जाएगी।

हकीम की पत्नी के अनुसार पीड़ित को उसके परिवार के सदस्यों ने गत 22 नवम्बर को उस समय गोली मारकर हत्या कर दी, जब वह उसके और उनकी दो वर्षीय पुत्री के साथ गांव में प्रवेश ही किया था। हालांकि पुलिस ने दावा किया है कि यह झूठी शान के लिए हत्या का मामला नहीं है, क्योंकि पीड़ित के भाई की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी में जिन आरोपियों के नाम हैं, उनमें से कोई भी महविश के पक्ष का नहीं है।

पुलिस का कहना है कि महविश अक्टूबर, 2010 में हकीम के साथ भाग गई थी। इसके बाद जोड़े ने विवाह कर लिया और महविश के परिवार के विरोध के बाद दोनों दिल्ली में रह रहे थे। 29-वर्षीय हकीम ने आमिर खान के रिएलिटी शो 'सत्यमेव जयते' में हिस्सा लिया था और झूठी शान के लिए हत्या के खिलाफ बोला था।

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(इनपुट भाषा से भी)