क्या कहते हैं रत्नागिरी विधानसभा सीट के सियासी समीकरण...?

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों की गहमागहमी के मद्देनजर सियासी चहलकदमी तेज हो गई है. मुख्य मुकाबला बीजेपी-शिवसेना गठबंधन और कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के बीच है.

क्या कहते हैं रत्नागिरी विधानसभा सीट के सियासी समीकरण...?

रत्नागिरी मुंबई से 220 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों की गहमागहमी के मद्देनजर सियासी चहलकदमी तेज हो गई है. मुख्य मुकाबला बीजेपी-शिवसेना गठबंधन और कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के बीच है. राज्य में कुल 288 विधानसभा क्षेत्र हैं. रत्नागिरी अरब सागर तट पर एक बंदरगाह शहर है. यह महाराष्ट्र के कोंकण डिवीजन का हिस्सा है. इस इलाके की प्रसिद्धी यहां के आमों की वजह से भी है. रत्नागिरी के अल्फांसों आम पूरे विश्व में पंसद किए जाते हैं. इसके अलावा यह भूमि स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक का जन्मस्थान भी है. रत्नागिरी मुंबई से 220 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है.  

झज्जर विधानसभा सीट: क्या हुड्डा के लिए चुनौती बन पाएगी बीजेपी?

रत्नागिरी विधानसभा सीट रत्नागिरी जिले के अंतर्गत आती है. साल 2014 के विधानसभा चुनावों में यहां से शिवसेना नेता उदय सावंत को जीत मिली थी. 2009 और 2004 के विधानसभा चुनावों में भी रत्नागिरी विधानसभा विधानसभा सीट से उदय सावंत ही विधायक थे, लेकिन तब वह NCP के टिकट पर विधायक चुने गए थे. वहीं बात करें रत्नागिरी के इतिहास की तो आपको बता दें कि मराठा इतिहास में रत्नागिरी का खास स्थान है. यह 1731 में सतारा के राजा के अधिकार में आ गया था और यह 1818 तक सतारा के कब्‍जे में ही रहा था. 1818 में इस पर अंग्रेजों ने कब्‍जा कर लिया. यहां पर एक किला भी है जिसे बीजापुर के राजपरिवार ने बनवाया था. 

करनाल विधानसभा सीट: क्या मनोहर लाल खट्टर के गढ़ में सेंध लगा पाएंगे विरोधी?

रत्नागिरि का संबंध महाभारत काल से भी है. ऐसा कहा जाता है अपने वनवास का 13वां साल पांडवों ने रत्नागिरि से सटे हुए इलाकों में ही बिताया था. रत्नागिरि में ही म्‍यांमार के अंतिम राजा थिबू तथा वीर सावरकर को कैद कर रखा गया था. वहीं बात करें मौजूदा स्थिति की, तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 2011 की जनगणना में रत्नागिरी की जनसंख्या करीब 1,615,069 थी. जिनमें पुरुषों की संख्या 761,121 और महिलाओं की संख्या 853,948 थी. इस इलाके का लैंगिक अनुपात शानदार कहा जाता है, जोकि 1112 (प्रति हजार) है. वहीं इस जिले में औसत साक्षरता दर 82.18 फीसदी है. यहां की ज्यादातर आबादी हिंदू धर्म से ताल्लुक रखती है. 2011 की जनगणना के अनुसार 80.94 फीसदी हिंदू जबकि 11.59 फीसदी मुसलमान धर्म से ताल्लुक रखने वाले लोग निवास करते हैं.  

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

Video: महाराष्ट्र और हरियाणा में 21 अक्टूबर होगा मतदान और 24 अक्टूबर को आएंगे नतीजे