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खास बातें
- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को मीडिया के एक हिस्से पर पिछले मंगलवार को विधानसभा में न्यायपालिका पर दिए गए बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को मीडिया के एक हिस्से पर पिछले मंगलवार को विधानसभा में न्यायपालिका पर दिए गए बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने महज मूल्य आधारित न्यायपालिका की बात कही थी।
बता दें कि हाईकोर्ट ममता के बयान का फुटेज देखने के बाद उनके खिलाफ अपील को स्वीकार कर लिया है।
ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘दुनिया में दोनों तरह के लोग होते हैं। अच्छे लोग और बुरे लोग। ऐसा नहीं है कि सभी राजनीतिक भ्रष्ट हों।’’ राज्य सचिवालय में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘इसी तरह, मैंने यह नहीं कहा कि सभी न्यायाधीश भ्रष्ट होते हैं। न्यायाधीश भ्रष्ट नहीं हैं। वकील भ्रष्ट नहीं हैं। मैंने ऐसा नहीं कहा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने मूल्य आधारित न्यायपालिका, न्यायिक सुधार, राजनीतिक सुधार, प्रशासनिक सुधार और चुनाव का खर्च सरकार द्वारा वहन किए जाने की जरूरत की बात कही थी जिनकी आवश्यकता आजादी के समय से है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर यह गलत है तो वह इसे हजार बार दोहराएंगी।’’ ममता बनर्जी ने कहा कि विधानसभा में जो कुछ भी उन्होंने कहा, उसे रिकॉर्ड किया जा चुका है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं यहां क्यों बोलूंगी। मैंने कहा कि भ्रष्टाचार से निपटने के लिए चुनाव सुधारों और सरकार द्वारा खर्च वहन किए जाने की जरूरत है।’’
उन्होंने मीडिया की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘आप घटिया हरकतों में क्यों शामिल होते हैं? अगर आप तोड़-मरोड़ कर पेश करते हैं तो आपके खिलाफ मानहानि का मामला बन सकता है। मेरे पास अपने मत को अभिव्यक्त करने की आजादी है।’’