यह ख़बर 11 मार्च, 2012 को प्रकाशित हुई थी

शपथ ग्रहण में ममता नहीं, प्रतिनिधि जाएंगे

खास बातें

  • पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश में अखिलेश और पंजाब में बादल के शपथ ग्रहण समारोहों में शिरकत करने स्वयं नहीं जाएंगी, बल्कि पार्टी के अन्य नेताओं को भेजेंगी।
कोलकाता:

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव और पंजाब में प्रकाश सिंह बादल के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करने स्वयं नहीं जाएंगी, बल्कि तृणमूल कांग्रेस के अन्य नेताओं को भेजेंगी। पार्टी के एक नेता ने यह जानकारी रविवार को दी।

तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ'ब्रायन ने बताया, "नहीं, वह नहीं जाएंगी।"

ओ'ब्रायन ने कहा कि ममता बनर्जी इन दोनों समारोहों में शिरकत करने के लिए 14 मार्च को चण्डीगढ़ और 15 मार्च को लखनऊ जाना चाहती थीं लेकिन पश्चिम बंगाल में अपनी व्यस्तताओं के चलते वह इन आयोजनों का हिस्सा नहीं हो सकेंगी।

ज्ञात हो कि 14 मार्च को ही पूर्वी मिदनापुर जिले के नंदीग्राम में पुलिस की गोलीबारी हुई थी। इस घटना की पांचवीं बरसी 14 मार्च को है। ममता बनर्जी ने नंदीग्राम में हुई इस घटना को बड़ा मुद्दा बनाया था और तृणमूल कांग्रेस को गत वर्ष विधानसभा चुनाव में बड़ी सफलता दिलाई थी।

15 मार्च को राज्यपाल एमके नारायणन विधानसभा के बजट सत्र को सम्बोधित करेंगे।

उल्लेखनीय है कि प्रकाश सिंह बादल और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने ममता को शपथ ग्रहण समारोह में आने का न्योता भेजा है।

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पंजाब में शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गठबंधन लगातार दूसरी बार सरकार बनाने जा रहा है। अकाली दल राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में प्रमुख घटक दल भी है। मुलायम की सपा हालांकि केंद्र सरकार को बाहर से समर्थन दे रही है लेकिन पांच राज्यों के नतीजों के बाद तीसरे मोर्चे के गठन को लेकर कयास तेज हो गए हैं। ऐसे में ममता की इन कार्यक्रमों में उपस्थिति के कई राजनीतिक मायने निकलते और केंद्र सरकार के लिए असहज स्थिति होती।