घोड़े और गैंडे जैसे स्तनपायी जीवों की उत्पत्ति भारत में होने का पता चला, भारतीय वैज्ञानिकों ने किया अध्ययन

वैज्ञानिकों ने कहा है कि 15 साल तक अनुसंधान कर यह निष्कर्ष निकाला है. इस शोध के नतीजे ‘जर्नल ऑफ वर्टिब्रेट पेलिओंटोलॉजी’ में प्रकाशित किए गए हैं.

घोड़े और गैंडे जैसे स्तनपायी जीवों की उत्पत्ति भारत में होने का पता चला, भारतीय वैज्ञानिकों ने किया अध्ययन

उत्तराखंड के वाडिया हिमालयी भूगर्भशास्त्र संस्थान के वैज्ञानिकों ने यह गहन शोध किया (प्रतीकात्मक)

देहरादून:

भारतीय वैज्ञानिकों ने घोड़े, गैंडे और टापिर जैसे खुरों वाले स्तनपायी जीवों की उत्पत्ति भारत या इसके आसपास के क्षेत्रों में हुई होगी. वाडिया हिमालयी भूगर्भशास्त्र संस्थान (Wadia Institute of Himalayan Geology) के भारतीय शोधकर्ताओं ने 350 से अधिक जीवाश्मों का अध्ययन करने के बाद यह रिपोर्ट पेश की है.

वैज्ञानिकों ने कहा है कि 15 साल तक अनुसंधान कर यह निष्कर्ष निकाला है. इस शोध के नतीजे ‘जर्नल ऑफ वर्टिब्रेट पेलिओंटोलॉजी' में प्रकाशित किए गए हैं. शोधकर्ताओं ने कहा है कि खुरों वाले स्तनपायी जीव भारतीय उपमहाद्वीप में 5.5 करोड़ साल पहले विचरण करते थे. उत्तराखंड स्थित वाडिया हिमालयी भूगर्भशास्त्र संस्थान के किशोर कुमार और अन्य वैज्ञानिकों ने यह गहन शोध किया. इस अनुसंधान में भेड़ के आकार के मध्यम गति से दौड़ सकने वाले एक जीव का पता लगाया जो अब विलुप्त हो चुकी ‘कैम्बेथेरियम' प्रजाति का था.

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इस जीव में ऐसी खासियत थी, जो खुरों वाले स्तनपायी जीवों और उनके पहले दुनिया में आए जानवरों के बीच की थीं. इस जीव की हड्डियों की संरचना की तुलना कई अन्य जीवित और विलुप्त स्तनपायी जीवों से करने पर पता लगा कि इस समूह के जानवर, विकास के क्रम में किसी भी अन्य खुरों वाले स्तनपायी जीव से अधिक पुराने हैं. शोधकर्ताओं के अनुसार, इस अध्ययन से पता चलता है कि इस समूह के जीव भारत या उसके आसपास अस्तित्व में आए होंगे.



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)