यह ख़बर 18 नवंबर, 2014 को प्रकाशित हुई थी

दिल्ली हवाईअड्डे पर मिला इबोला का पहला मरीज, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, घबराने की जरूरत नहीं

संक्रमित व्यक्ति को दिल्ली हवाई अड्डे पर एक विशेष केंद्र में अलग-थलग रखा गया

नई दिल्ली:

देश में इबोला का पहला मामला सामने आया है। लाइबेरिया से वापस लौटा एक युवक मेडिकल परीक्षण में इबोला से संक्रमित पाया गया है और उसे दिल्ली हवाई अड्डे पर एक विशेष केंद्र में अलग थलग रखा गया है।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि 10 नवंबर को यहां पहुंचे युवक का अफ्रीकी देश में इस खतरनाक बीमारी के संक्रमण के लिए इलाज किया गया था और उसमें इसके कोई लक्षण नजर नहीं आ रहे थे। हालांकि उसके वीर्य की जांच के परिणाम 'पॉजिटिव' आए हैं, जिसके कारण उसे अलग रखा गया है।

यह इबोला का पहला पुष्ट मामला है। हालांकि व्यक्ति विदेश में ही संक्रमण का शिकार हुआ और वहीं उसका इलाज भी हुआ। युवक के पास लाइबेरिया की सरकार की ओर से इलाज किए जाने और उसके स्वस्थ होने का प्रमाणपत्र भी है।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'स्थिति नियंत्रित है और चिंतित होने की कोई आवश्यकता नहीं है। हालांकि इस संबंध में सभी एहतियात बरते जा रहे हैं।'

मंत्रालय के अनुसार, इस तथ्य की पुष्टि हो चुकी है कि स्वास्थ्य लाभ के दौरान भी इबोला से संक्रमित व्यक्ति के शरीर से निकलने वाले द्रव में अलग-अलग अवधि तक ये विषाणु मौजूद रहते हैं।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

इसके अनुसार, युवक के शारीरिक द्रव्य की जांच में इबोला का प्रभाव 'नेगेटिव' आने तक वह 'दिल्ली हवाई अड्डा स्वास्थ्य संगठन' के विशेष स्वास्थ्य केन्द्र में रहेगा। हालांकि मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया कि युवक का इलाज हो चुका है।