मणिपुर में उग्रवादियों के सफाये के लिए आक्रामक अभियान शुरू, भारत-म्यांमार सीमा सील

मणिपुर में उग्रवादियों के सफाये के लिए आक्रामक अभियान शुरू, भारत-म्यांमार सीमा सील

नई दिल्ली:

मणिपुर में 18 सैन्यकर्मियों के नरसंहार में शामिल उग्रवादियों का पता लगाने और उनके सफाये के लिए बड़ा अभियान शुरू किया गया। इसके साथ ही मणिपुर में भारत-म्यांमार सीमा बंद कर दी गई है, ताकि उग्रवादी पड़ोसी देश में नहीं भाग पाएं।

गृहमंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय बैठक में रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर, सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत दोभाल सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए और उन्होंने पूर्वोत्तर राज्य में सेना के कर्मियों पर घात लगाकर किए गए हमले के बाद पैदा हालात का जायजा लिया। (उग्रवादी हमले में 18 जवान शहीद, पीएम मोदी ने हमले को बताया कायराना)

गृहमंत्री ने आदेश दिया कि हमले में शामिल किसी भी उग्रवादी को छोड़ा नहीं जाना चाहिए और हमले में शामिल सभी उग्रवादियों के खिलाफ कठोरतम संभव कार्रवाई होनी चाहिए।

केंद्र सरकार ने इस घटना को बहुत गंभीरता से लिया और निर्देश दिया कि मणिपुर और नगालैंड में सुरक्षा बलों के सभी प्रतिष्ठान उग्रवादियों के हमले की किसी भी नई कोशिश को लेकर हाई अलर्ट पर रहें।

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सूत्रों ने कहा कि देश के शीर्ष सुरक्षा धड़ा इतनी बड़ी संख्या में सैन्यकर्मियों की मौत से नाराज हैं और उन्होंने फैसला किया है कि उग्रवादी समूहों पर लगाम कसने का एकमात्र तरीका बेहतर समन्वय से अभियान चलाना और सख्त से सख्त कार्रवाई करना है।