मणिपुर के लोगों ने प्रवासियों की बढ़ती संख्या का किया विरोध, कर्फ्यू के बावजूद हिंसा जारी

मणिपुर के लोगों ने प्रवासियों की बढ़ती संख्या का किया विरोध, कर्फ्यू के बावजूद हिंसा जारी

छात्र को गोली मारे जाने से नाराज पुलिस से भिड़ रहीं मणिपुर की छात्राएं

इंफाल:

मणिपुर में विरोध प्रदर्शनों से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा लागू अनिश्चितकालीन कर्फ्यू के बावजूद शुक्रवार को हिंसा जारी रही। राज्य में प्रवासियों की बढ़ती संख्या पर लगाम लगाने के लिए कड़े कानून की मांग को लेकर बुधवार को निकाले गए जुलूस के दौरान पुलिस की गोली से एक छात्र की मौत हो गई, जिसके बाद हिंसा भड़क उठी थी।
 
कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए शहर के कुछ हिस्सों में लोग सड़कों पर उतर आए और वाहनों व लोगों की आवाजाही बाधित की। कुछ इलाकों में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।
 
मणिपुर के विशेष पुलिस महानिदेशक संतोष मचेरला ने कहा, 'स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है, लेकिन नियंत्रण में है। हम कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सक्षम हैं, लेकिन कर्फ्यू अभी भी जारी रहेगा।'
 
मचेरला ने कहा, 'इंफाल के कुछ भागों में अभी भी प्रदर्शन जारी है। जब तक वे लोग शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे हैं, हम कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, लेकिन कुछ इलाकों में उनके हिंसक होने पर हमने कार्रवाई की है।'
 
कर्फ्यू के आदेश के उल्लंघन के लिए मणिपुर पुलिस ने इनर लाइन परमिट की छह संयुक्त समितियों (जेसीआईएलपीएस) के नेताओं को गिरफ्तार किया है। प्रदेश में बाहरी लोगों के प्रवेश पर नियंत्रण के लिए जेसीआईएलपीएस ने ब्रिटिश युग के इनर लाइन परमिट की मांग को लेकर एक आंदोलन शुरू किया है।
 
इनर लाइन परमिट एक आधिकारिक यात्रा दस्तावेज है, जो केंद्र सरकार द्वारा जारी किया जाता है। यह एक भारतीय नागरिक को संरक्षित या प्रतिबंधित इलाके में सीमित समय के लिए यात्रा करने की मंजूरी देता है। भारतीय नागरिकों को प्रतिबंधित इलाके में जाने के लिए मंजूरी लेना एक अनिवार्य शर्त है, लेकिन खुद उस राज्य के नागरिकों के लिए नहीं।


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