पीएम मोदी ने 'मन की बात कार्यक्रम' में प्लास्टिक के खिलाफ जन-आंदोलन का किया आह्वान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार प्रयोग होने वाले प्लास्टिक के खिलाफ दो अक्टूबर से एक ‘‘नया जन-आंदोलन’’ शुरू करने का रविवार को आह्वान किया.

पीएम मोदी ने 'मन की बात कार्यक्रम' में प्लास्टिक के खिलाफ जन-आंदोलन का किया आह्वान

पीएम मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार प्रयोग होने वाले प्लास्टिक के खिलाफ दो अक्टूबर से एक ‘‘नया जन-आंदोलन’’ शुरू करने का रविवार को आह्वान किया.  मोदी ने रेडियो पर प्रसारित अपने मासिक संबोधन ‘मन की बात’ में कहा कि जब देश राष्ट्रपिता की 150वीं जयंती मना रहा है, तब ऐसे में ‘‘ हम प्लास्टिक के खिलाफ एक नया जन-आंदोलन आरंभ करेंगे.’’ उन्होंने पर्यावरण को बचाने के लिए प्लास्टिक कचरे के उचित संग्रह एवं भंडारण और निपटारे के प्रयासों का आह्वान किया. मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भी अपने संबोधन में नागरिकों से अपील की थी कि वे एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक का प्रयोग बंद करें. उन्होंने सुझाव दिया था कि दुकानदार उपभोक्ताओं को पर्यावरण के अनुकूल थैले मुहैया कराएं. उन्होंने ‘मन की बात’ में भी एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करने की अपील की जिसे पर्यावरण संरक्षण के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है. 

पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम की 11 बड़ी बातें

  1. हमारा देश, इन दिनों एक तरफ वर्षा का आनंद ले रहा है, तो दूसरी तरफ, हिंदुस्तान के हर कोने में किसी ना किसी प्रकार से, उत्सव और मेलों की धूम है. दीवाली तक, सब-कुछ यही चलेगा

  2. कल, हिन्दुस्तान भर में श्री कृष्ण जन्म-महोत्सव मनाया गया.  कोई कल्पना कर सकता है कि कैसा व्यक्तित्व होगा कि आज हज़ारों साल के बाद भी हर उत्सव, नयापन लेकर के आता है. 

  3. सुदर्शन चक्रधारी मोहन ने उस समय की स्तगितियों में हज़ारों साल पहले भी युद्ध को टालने के लिए संघर्ष को टालने के लिए अपनी बुद्धि का अपने कर्त्तव्य का अपने सामर्थ्य का भरसक उपयोग किया था और चरखाधारी मोहन ने भी तो ऐसा रास्ता चुना. 

  4. महात्मा गांधी, अनगिनत भारतीयों की तो आवाज बने ही, लेकिन मानव मूल्य और मानव गरिमा के लिए एक प्रकार से वे विश्व की आवाज बन गए थे. महात्मा गांधी के लिए व्यक्ति और समाज मानव और मानवता यही सब कुछ था. सत्य के साथ गांधी का अटूट नाता रहा है, सेवा के साथ भी गांधी का उतना ही अनन्य अटूट नाता रहा है. 

  5. पिछले कुछ सालों में हम 2 अक्टूबर से पहले 2 सप्ताह में स्वछता ही सेवा अभियान चलाते है. इस बार ये 11 सितम्बर से शुरू होगा. इस दौरान हम अपने-अपने घरों से बाहर निकल कर श्रमदान के जरिए महात्मा गाँधी को कार्यान्जलि देंगे. 

  6. इस बार 2 अक्टूबर को जब बापू की 150वीं जयंती मनायेंगे तो इस अवसर पर हम उन्हें न केवल खुले में शौच से मुक्त भारत समर्पित करेंगे, बल्कि उस दिन पूरे देश में प्लास्टिक के खिलाफ एक नए जन आंदोलन की नींव रखेंगे. 

  7. आज, जागरूकता के आभाव में, कुपोषण से ग़रीब भी, और संपन्न भी, दोनों ही तरह के परिवार प्रभावित हैं. पूरे देश में सितम्बर महीना ‘पोषण अभियान' के रूप में मनाया जाएगा. आप जरुर इससे जुड़िये, जानकारी लीजिये, कुछ नया जोड़िए. 

  8. संतुलित और पोषक भोजन हम सभी के लिए जरूरी है। विशेष रूप से महिलाओं और नवजात शिशुओं के लिए, क्योंकि ये ही हमारे समाज के भविष्य की नींव है.  पोषण अभियान के अंतर्गत पूरे देशभर में आधुनिक तरीकों से पोषण को जन-आंदोलन बनाया जा रहा है. 

  9. मुझे आशा है कि ‘Man Vs Wild' कार्यक्रम भारत का सन्देश, भारत की परंपरा, भारत के संस्कार यात्रा में प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता, इन सारी बातों से विश्व को परिचित कराने में ये episode बहुत मदद करेगा ऐसा मेरा पक्का विश्वास बन गया है. 

  10. भारत में पर्यावरण की केयर (care) और कंसर्न (concern) यानि देखभाल की चिंता स्वाभाविक नजर आ रही है. लेकिन अब हमें संरक्षण (conservation) से आगे बढ़ कर करुणा (compassion) को लेकर सोचना ही होगा 

  11. पिछले महीने मुझे देश में बाघों का संख्या जारी करने का सौभाग्य मिला था. क्या आप जानते हैं कि भारत में कितने बाघ हैं? भारत में बाघों की आबादी 2967 है. 

इनपुट : भाषा से भी