खास बातें
- नक्सलियों ने करीब एक महीने तक अपने चंगुल में रखने के बाद इतावली नागरिक बोसुस्को पाउलो को गुरुवार को अपने चंगुल से आजाद कर दिया।
भुवनेश्वर: नक्सलियों ने करीब एक महीने तक अपने चंगुल में रखने के बाद इतावली नागरिक बोसुस्को पाउलो को गुरुवार को अपने चंगुल से आजाद कर दिया।
एक पुलिस अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा, "पाउलो को मुक्त किया जा चुका है और वह भुवनेश्वर पहुंच गए हैं।"
पाउलो और एक अन्य इतावली नागरिक क्लाडियो कोलैंजेलो (61) को 14 मार्च को ओडिशा के कंधमाल जिले के वन क्षेत्र से अगवा कर लिया था। क्लाडियो को उन्होंने 25 मार्च को छोड़ दिया था, जबकि पाउलो नक्सलियों के कब्जे में ही थे।
पाउलो को नक्सल नेता सब्यसाची पांडा की पत्नी सुभाश्री दास को दो दिन पहले अदालत द्वारा वर्ष 2003 के पुलिस-नक्सल मुठभेड़ में बरी किए जाने के बाद छोड़ा गया है। नक्सलियों ने पाउलो के बदले जिन लोगों को रिहा करने की मांग सरकार के समक्ष रखी थी, उनमें सुभाश्री भी शामिल थीं।
इस बीच, राज्य में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका को लेकर अनिश्चितता बरकरार है, जिन्हें नक्सलियों के एक अन्य गिरोह ने 24 मार्च को कोरापुट के पहाड़ी इलाके से अगवा कर लिया था। नक्सलियों ने इस गिरोह ने सरकार के समक्ष 30 कैदियों को रिहा करने की मांग रखी है। बुधवार को भी गिरोह के प्रवक्ता जगबंधु ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मान लेती, हिकाका को छोड़ा नहीं जाएगा।