यह ख़बर 10 अक्टूबर, 2011 को प्रकाशित हुई थी

2जी : दिल्ली, चेन्नई, हैदराबाद में सीबीआई के छापे

खास बातें

  • सीबीआई ने 2जी घोटाले में दयानिधि मारन और उनके भाई कलानिधि मारन के दिल्ली और चेन्नई स्थित घरों व कार्यालयों पर एक साथ छापा मारा।
चेन्नई/नई दिल्ली/हैदराबाद:

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के नेता व पूर्व केंद्रीय दूरसंचार मंत्री दयानिधि मारन और उनके भाई कलानिधि मारन के दिल्ली और चेन्नई स्थित घरों व कार्यालयों पर सोमवार सुबह एक साथ छापा मारकर तलाशी शुरू कर दी। इस मामले पर डीएमके चुप्पी साधे है। मारन बंधु डीएमके सुप्रीमो एम. करुणानिधि के पौत्र हैं। इस समय करुणानिधि राज्य के दौरे पर हैं। छापे की खबर सुनकर करुणानिधि के पुत्र एमके तमिलसारु दयानिधि मारन के आवास पर पहुंचे लेकिन उन्हें अंदर जाने की इजाजत नहीं मिली। मारन बंधुओं के अलावा अपोलो अस्पताल की कार्यकारी निदेशक सुनीता रेड्डी और सन टीवी के दफ्तरों पर भी छापेमारी की गई। मारन बंधुओं के खिलाफ रविवार को प्राथमिकी दर्ज की गई थी। उद्योगपति सी. शिवशंकरन की शिकायत के आधार पर सीबीआई ने दयानिधि मारन के खिलाफ यह कार्रवाई की है। शिवशंकरन ने अपनी शिकायत में कहा है कि तत्कालीन दूरसंचार मंत्री मारन ने उन्हें टेलीकॉम कम्पनी एयरसेल को बेचने के लिए मजबूर किया था। शिवशंकरन ने आरोप लगाया है कि एयरसेल कम्पनी को टेलीकाम लाइसेंस नहीं दिए गए और उन्हें अपने शेयर मलेशियाई कम्पनी मैक्सिस समूह को बेचने के लिए मजबूर किया गया। सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत दयानिधि मारन और कलानिधि मारन के खिलाफ रविवार को मामला दर्ज किया गया। मारन बंधुओं के अलावा अस्ट्रा टीवी के सीईओ रॉल्फ मार्शल और व्यावसायी टी. आनंदकृष्णन के खिलाफ भी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। इन्होंने सन टीवी में निवेश किया है। चेन्नई में सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में भी मारन के आवास पर छापेमारी कर तलाशी ली गई। दयानिधि मारन के चेन्नई और दिल्ली स्थित घरों और दफ्तरों पर छापेमारी की गई। उधर, सुनीता रेड्डी के चेन्नई और हैदराबाद स्थित घरों पर छापेमारी की गई। सुनीता अपोलो अस्पातल समूह के संस्थापक प्रताप रेड्डी की बेटी हैं। सीबीआई ने पिछले महीने सुनीता से पूछताछ की थी क्योंकि वह वर्ष 2005 में एयरसेल की अध्यक्ष थीं। सिंध्या सिक्योरिटिज एंड इनवेस्टमेंट्स में उनकी हिस्सेदारी थी। इस कम्पनी की एयरसेल में 26 फीसदी हिस्सेदारी थी। अपोलो अस्पताल ने हालांकि स्पष्ट किया है कि एयरसेल में सिंध्या सिक्योरिटीज और इनवेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड का निवेश कानूनों के तहत ही किया गया था। इसके अलावा सीबीआई दयानिधि मारन के आवास मिनी टेलीफोन एक्सचेंज के मामले की भी जांच कर रही है। आरोप लगाया गया है कि सन टीवी के कार्यालय में इन लाइनों का प्रयोग डाटा ट्रांसफर के लिए किया जा रहा था।


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