WhatsApp पर किसानों को फसलों में खाद-पानी देने की जानकारी देगा मौसम विभाग

मौसम विभाग के सामंजस्य से सभी जिलों में संचालित किसान विकास केन्द्रों में मौसम और कृषि क्षेत्र के दो विशेषज्ञों को तैनात किया जा रहा है.

WhatsApp पर किसानों को फसलों में खाद-पानी देने की जानकारी देगा मौसम विभाग

नई दिल्ली:

मौसम विभाग अब देश भर के किसानों को मौसम के साप्ताहिक पूर्वानुमान के आधार पर वाट्सऐप के जरिए यह भी बतायेगा कि किस फसल को कब कितना खाद पानी देना है. विभाग अभी किसानों को मोबाइल फोन पर एसएमएस के जरिये सिर्फ उनके क्षेत्र में अगले चार पांच दिनों में हवा की गति, संभावित बारिश की मात्रा और ओलावृष्टि जैसी जरूरी जानकारियां दे रहा है. इस सेवा से देश के लगभग चार करोड़ किसानों को जोड़ा जा चुका है. 

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कृषि मौसम विज्ञान इकाई के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. रंजीत सिंह ने ‘भाषा' को बताया कि विभाग की कृषि मौसम विज्ञान इकाई ने जिला और ब्लॉक स्तर पर देश के सभी 633 जिलों में किसानों के लिये ‘ग्रामीण कृषि मौसम सेवा' शुरु करने की प्रक्रिया शुरु कर दी है. उन्होंने बताया कि योजना के पहले चरण में देश के 115 आकांक्षी जिलों में यह सेवा शुरु कर दी गयी है. इसके तहत मौसम विभाग के सामंजस्य से सभी जिलों में संचालित किसान विकास केन्द्रों में मौसम और कृषि क्षेत्र के दो विशेषज्ञों को तैनात किया जा रहा है. ये केन्द्र सभी जिलों में ब्लॉक और गांव के स्तर पर किसानों के वाट्सऐप ग्रुप बना कर सप्ताह में दो दिन (मंगलवार और शुक्रवार) को स्थानीय स्तर पर मौसम की जानकारी के साथ मौसम की उक्त परिस्थितियों में किस फसल को कितना खाद पानी देना है, यह भी बताएंगे. 

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डॉ. सिंह ने बताया कि वाट्सऐप पर किसानों को बारिश की मात्रा, हवाओं के रुख, आद्रता और तापमान सहित मौसम के अन्य पहलुओं के पूर्वानुमान के आधार पर फसलों की बुआई, सिंचाई और कटाई सहित अन्य अहम सुझाव दिये जायेंगे. उन्होंने बताया कि इस सेवा के लिये विभाग, अत्याधुनिक एग्रोमेट सॉफ्टवेयर की मदद लेगा. इसके द्वारा जिला स्तर पर कृषि मौसम बुलेटिन भेजा जायेगा. इस बुलेटिन को ब्लॉक और गांव के स्तर पर बनाये गये किसानों के वाट्सऐप ग्रुप पर भेज दिया जायेगा. इस सेवा के तहत किसान कृषि संबंधी समस्याओं के समाधान भी विशेषज्ञों से वाट्सऐप ग्रुप पर प्राप्त कर सकेंगे.

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)