खास बातें
- शिंदे ने बताया कि सीआरपीएफ के पांच जवानों की जान लेने वाले हमलावर संभवत: पाकिस्तान मूल के थे। मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों के पास से पाकिस्तान में निर्मित सामान मिला है।
नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे को आड़े हाथ लेते हुए सवाल किया कि वह (शिंदे) उस समय सदन में मौजूद क्यों नहीं थे, जब सदन ने उन पांच जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जो श्रीनगर में बुधवार को सीआरपीएफ कैंप पर हुए आतंकी हमले में मारे गए थे।
दरअसल, बुधवार को क्रिकेटरों की वर्दी पहने दो आतंकवादी श्रीनगर के बेमिना इलाके में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कैंप में घुस आए थे, और पांच जवानों को मार डाला था। हमले में पांच सीआरपीएफ जवान और चार नागरिक घायल भी हुए थे, लेकिन दोनों आतंकवादियों को मार गिराया गया था।
विपक्ष द्वारा इस मुद्दे पर किए जा रहे हंगामे के बीच गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने आज संसद में बताया कि बुधवार को कश्मीर में आतंकी हमला कर सीआरपीएफ के पांच जवानों की जान लेने वाले हमलावर संभवत: पाकिस्तान मूल के थे। मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों के पास से पाकिस्तान में निर्मित सामान मिला है। उनके पास से पाकिस्तान में बनी दवा और दो डायरी मिली हैं, जिनमें लिखे फोन नंबर पाकिस्तान के हैं।
शिंदे ने कहा कि अजमल कसाब और अफज़ल गुरू को फांसी दिए जाने के बाद कश्मीर में हुए आतंकी हमलों जैसी घटनाएं होने की आशंका थी।
वैसे, हमले के तुरन्त बाद ही केंद्रीय गृहसचिव आरके सिंह ने दिल्ली में कहा था, "पहली नज़र में लगता है कि आतंकवादी सीमापार से आए थे, और पाकिस्तान के नागरिक थे..." सीमा पार से कुल चार आतंकवादियों के घुसने की खबर थी और दो आतंकवादी अभी भी हो सकते हैं, इसलिए सुरक्षा एजेंसियां एलर्ट हैं। हालांकि पाकिस्तान ने भारत के दावे को खारिज किया था।