शैल कंपनियों की आड़ में करोड़ों का हवाला कारोबार, इनकम टैक्स के छापे; चीनी नागरिक हिरासत में

चीनी नागरिक ले सेंग आयकर विभाग की हिरासत में, भारत में मणिपुर के पते पर बना फ़र्ज़ी पासपोर्ट, गुरुग्राम में चीन की 5 कंपनियां चला रहा था

शैल कंपनियों की आड़ में करोड़ों का हवाला कारोबार, इनकम टैक्स के छापे; चीनी नागरिक हिरासत में

चीनी नागरिक ले सेंग आयकर विभाग की हिरासत में है.

नई दिल्ली:

शैल कंपनियों की आड़ में हवाला कारोबार के जरिए 1000 करोड़ का लेनदेन करने वाली चीनी कपंनियों और चीनी नागरिकों पर आयकर विभाग ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है. इस मामले में एक चीनी नागरिक भी पकड़ा गया. एनडीटीवी को पता चला है कि इस नागरिक को 2018 में दिल्ली पुलिस ने भी गिरफ्तार किया था. हमारी टीम ने इस शख्स की फ़र्ज़ी कंपनियों की पड़ताल की. चीनी नागरिक ले सेंग आयकर विभाग की हिरासत में है. भारत में मणिपुर के पते पर बने फ़र्ज़ी पासपोर्ट पर वह गुरुग्राम में चीन की 5 कंपनियां चला रहा था. गुरुग्राम में वह चार्ली पेंग नाम से रह रहा था. आरोप है कि वह चीनी कंपनियों के लिए भारत में हवाला ऑपेरशन देखता है. उसके अलग-अलग बैंकों में फ़र्ज़ी नाम और पते पर 8 से 10 एकाउंट हैं. एनडीटीवी की टीम ने जब गुरुग्राम में उसकी कंपनियों की हकीकत जाननी चाही तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ.

चीनी नागरिक लो सेंग ने अपनी जिन 5 कंपनियों के नाम और पते बताए हैं उनमें से 2 कंपनियां गुरुग्राम के पीएस प्लाजा टॉवर के पते पर रजिस्टर्ड हैं. इनमें से एक कंपनी ओटीए का दफ्तर 2 महीने पहले ही खाली हुआ है. उसकी एक कंपनी के दफ्तर पर कस्टम विभाग ने छापेमारी की लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला. जबकि दूसरी कंपनी किनविन प्राइवेट लिमिटेड जो इसी टॉवर की 12वीं मंज़िल पर दिखाई गई है, वो यहां थी ही नहीं.

आयकर विभाग ने गुरुग्राम के सुशांत लोक में एक फ्लैट में छापा मारा, जहां इस रैकेट से जुड़े लोगों ने अपना कॉर्पोरेट आफिस बना रखा है. एनडीटीवी को जानकारी मिली है कि ले सेंग को 2018 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भी गिरफ्तार किया था. तब उसके पास दिल्ली के द्वारका के पते के 2 फ़र्ज़ी आधार कार्ड, एक पैन कार्ड और मणिपुर के पते पर बना हुआ एक पासपोर्ट बरामद हुआ था. उसने बताया था कि उसकी शादी एक मणिपुर की लड़की से हुई है. उसकी गिरफ्तारी का लेखाजोखा एक डॉजियर में दर्ज है.

शैल कंपनियों की आड़ लेकर करोड़ों रुपये का घपला करने के आरोप में चीन के नागरिकों, कंपनियों और उनके भारतीय सहयोगियों के ठिकानों पर आयकर विभाग ने दिल्ली, ग़ाज़ियाबाद और गुरुग्राम में 21 जगहों पर सोमवार को छापेमारी की थी. आरोप है कि कुछ भारतीयों की मदद से इन चीनी नागरिकों ने कई शैल कंपनियों का गठन कर हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए करोड़ रुपये के अवैध ट्रांजेक्शन किए.

जांच में पता चला कि चीनी नागरिकों की जाली कंपनियों में 40 से ज्यादा बैंक खाते हैं. इन बैंक खातों की मदद से 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा के गैरकानूनी लेन देन किए गए. वहीं चीन की कंपनी से नियंत्रित एक कंपनी भारत में रिटेल कारोबार को खोलने के लिए शैल कंपनियों से 100 करोड़ रुपये का बोगस एडवांस भी ले चुकी है.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

तलाशी अभियान में विभाग को हवाला से जुड़े दस्तावेज और गैरकानूनी गतिविधियों में बैंक कर्मचारियों, सीए के शामिल होने से जुड़े सबूत भी मिले हैं.