मोदी समर्थकों को आस, ब्रिटेन से बात कर कोहिनूर की वापसी की राह आसान करेंगे पीएम

मोदी समर्थकों को आस, ब्रिटेन से बात कर कोहिनूर की वापसी की राह आसान करेंगे पीएम

फाइल फोटो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान उनके समर्थक कोहिनूर हीरे की स्‍वदेश वापसी की राह में सकारात्‍मक प्रगति की भी उम्‍मीद लगाए हैं। आजादी मिलने के बाद से ही कोहिनूर को देश में वापस लाने को लेकर आवाज उठती रही है। मोदी के समर्थकों को आशा है कि पीएम इस बार देश की शान रहे कोहिनूर को ब्रिटेन से वापस लाने की दिशा में निर्णायक पहल करेंगे।

भारतीय उद्योगपतियों और अभिनेताओं की एक लॉबी ने भी कोहिनूर की भारत में वापसी को लेकर मुहिम छेड़ रखी है। यही नहीं, ये कोहिनूर की वापसी की मांग करते हुए महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को कानूनी चुनौती देने की तैयारी में हैं।  भारतीय समूह 'टिटोज' के सह-संस्थापक डेविड डीसूजा इस नई कानूनी कार्रवाई में वित्‍तीय मदद कर रहे हैं। उन्होंने ब्रिटिश वकीलों को हाईकोर्ट में सुनवाई की कार्यवाही शुरू करने को कहा है।

मुहिम को ब्रिटिश सांसद कीथ वाज का भी है समर्थन
कोहिनूर को भारत वापस लाने की मुहिम को ब्रिटिश सांसद कीथ वाज ने भी समर्थन दिया है। जुलाई में वाज ने मोदी के ब्रिटेन के संभावित दौरे के समय विश्व प्रसिद्ध कोहिनूर हीरा भारत को लौटाने का आह्वान किया था। वाज का यह बयान कांग्रेस सांसद शशि थरूर के ऑक्सफोर्ड यूनियन में दिए गए हालिया भाषण की प्रतिक्रिया में आया, जिसमें उन्होंने ब्रिटेन से 200 वर्षों तक भारत पर बर्बर औपनिवेशिक शासन के लिए हर्जाने की मांग की थी।

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दुनिया का सबसे बड़ा हीरा माना जाता है कोहिनूर
कोहिनूर हीरा अपने आकार और खूबसूरती को लेकर दुनियाभर में दिलचस्पी का केंद्र रहा है। इसे सबसे बड़ा हीरा माना जाता है। मुगल बादशाह शाहजहां और पंजाब के शासक रंजीत सिंह के पास भी ये हीरा रहा। माना जाता है कि करीब 800 साल पहले 105 कैरेट का यह हीरा भारत के खदान से निकला था और अंग्रेजी राज के दौरान इसे तत्कालीन महारानी विक्टोरिया को भेंट में दिया गया। फिलहाल यह एलिजाबेथ की मां के मुकुट में सजा हुआ है।