मोहन भागवत बाल-बाल बचे, मथुरा के पास यमुना एक्सप्रेस पर काफिले की गाड़ियां टकराईं

हादसा यमुना एक्सप्रेस-वे पर मथुरा के सुरीर इलाके के पास हुआ. मोहन भागवत बिल्कुल सुरक्षित हैं.

मोहन भागवत बाल-बाल बचे, मथुरा के पास यमुना एक्सप्रेस पर काफिले की गाड़ियां टकराईं

मोहन भागवत यमुना एक्सप्रेस वे पर बाल-बाल बचे

खास बातें

  • मथुरा के पास यमुना एक्सप्रेस वे पर हुआ हादसा
  • मोहन भागवत बाल-बाल बचे
  • टायर फटने की वजह से हुआ हादसा
नई दिल्ली:

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत एक हादसे में बाल-बाल बचे हैं. यमुना एक्सप्रेस-वे से उनकी गाड़ियों का काफिला गुजर रहा था कि तभी टायर फटने से गाड़ियां आपस में टकरा गईं. हादसा यमुना एक्सप्रेस-वे पर मथुरा के सुरीर इलाके के पास हुआ. मोहन भागवत बिल्कुल सुरक्षित हैं. बाद में उन्हें दूसरी गाड़ी में बैठाकर रवाना किया गया. मथुरा में उनका कार्यक्रम है. 

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मोहन भागवत वृन्दावन के पानीघाट स्थित निकुंज वन आश्रम में संत विजय कौशल महाराज के यहां ‘मानसी ध्यान केन्द्र’ के उद्घाटन कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए आ रहे थे. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आमंत्रित हैं.

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वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगई ने बताया, भागवत दिल्ली से एक्सप्रेस-वे के रास्ते वृन्दावन आ रहे थे, तभी सुरीर थाना क्षेत्र में उनकी गाड़ी के आगे चल रहे सुरक्षा वाहन का टायर फट गया. घटना से गाड़ी डगमगा गई और मोहन भागवत की गाड़ी उससे जा टकरायी. उन्होंने बताया, दुर्घटना में उनकी गाड़ी का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, हालांकि भागवत सहित उसमें सवार किसी भी व्यक्ति को गंभीर चोट नहीं आयी है. उन्होंने बताया, फिलहाल, संघ पमुख पूरी तरह सुरक्षित हैं और वृन्दावन के कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए पहुंच गए हैं. वहीं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने भी अपने आधिकारिक टि्वटर हैंडल पर पोस्ट डालकर इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा है कि किसी को कोई चोट नहीं आयी है और भागवत अपने तय कार्यक्रम के तहत अपनी यात्रा पर चले गए हैं.

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हाल ही में एक कार्यक्रम में मोहन भागवत ने कहा था कि वेदों के बारे में जागरूकता उस भाषा में फैलानी चाहिए जो आज की दुनिया के लोग समझते हैं. वेद हिन्दू धर्म के सबसे पुराने धर्मग्रंथ हैं जो वैदिक संस्कृत में हैं.उन्होंने जोर देकर कहा कि वेदों में उच्च गुणवत्ता का ज्ञान है जिसको ना ‘किसी प्रमाण पत्र’ की जरूरत है और न ही साबित करने की.

(इनपुट्स भाषा से)


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