Parliament Monsoon Session 2020 Updates: कई राज्यों के किसान कृषि विधेयक का विरोध कर रहे हैं. (फाइल फोटो)
तीन कृषि विधेयकों (Farm Reform Bills) को लेकर किसानों का विरोध जारी है. कई राज्यों के किसान इन बिलों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच आज (रविवार) इनमें दो विधेयकों को राज्यसभा (Rajya Sabha) में पेश किया गया. राज्य में विधेयक ध्वनि मत से पास हो गया है. इस दौरान, विपक्षी दलों के सांसदों ने सदन में जमकर हंगामा किया. यही नहीं उपसभापति का माइक छीनने की भी कोशिश की गई. सांसद सदन के वेल तक आए गए. विपक्ष ने कहा कि सरकार किसान बिल को लेकर जल्दबाजी दिखा रही है. आंकड़ों के आधार पर केंद्र सरकार को इन विधेयकों को पास कराने के लिए 122 सांसदों का साथ चाहिए था. BJP और NDA के सहयोगी दलों को मिलाकर (शिरोमणि अकाली दल इसमें शामिल नहीं है) यह संख्या 105 हो रही थी. लोकसभा में पारित होने के बाद शिरोमणि अकाली दल (SAD) के कोटे से केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल (Harsimrat Kaur Badal) ने इस्तीफा दे दिया था.
Parliament Monsoon Session Updates:
किसान बिल पास होने के बाद पीएम मोदी ने किया ट्वीट, कहा -MSP की व्यवस्था जारी रहेगीकृषि विधेयकों के संसद से पारित हो जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि आज भारत के कृषि इतिहास में एक बड़ा दिन है. प्रधानमंत्री ने एक के बाद एक कई ट्वीट्स के जरिए अपनी बात कही. अपने पहले ट्वीट में पीएम मोदी ने लिखा, "भारत के कृषि इतिहास में आज एक बड़ा दिन है. संसद में अहम विधेयकों के पारित होने पर मैं अपने परिश्रमी अन्नदाताओं को बधाई देता हूं. यह न केवल कृषि क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन लाएगा, बल्कि इससे करोड़ों किसान सशक्त होंगे."
विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच Farm Bill संसद में हुआ पासराज्यसभा (Rajya Sabha) में विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच रविवार को कृषि क्षेत्र से जुड़े दो विधेयक (Farm Bills) संसद में पास हो गए हैं. राज्यसभा में कृषि विधेयक ध्वनि मत (Voice Vote) से पास हो गया. इस दौरान, विपक्षी पार्टी के सांसदों ने 'तानाशाही बंद करो' के नारे भी लगाए.
विपक्ष के हंगामे के बीच राज्यसभा में कृषि विधेयक पास
एनडीटीवी के संवाददाता के मुताबिक, राज्यसभा में विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच रविवार को कृषि क्षेत्र से जुड़े दो विधेयक संसद में पास हो गए हैं. राज्यसभा में कृषि विधेयक ध्वनि मत से पास हो गया. इस दौरान, विपक्षी पार्टी के सांसदों ने 'तानाशाही बंद करो' के नारे भी लगाए. बिल पास होने के बाद राज्यसभा को स्थगित कर दिया गया.
हंगामे के चलते राज्यसभा स्थगित
एनडीटीवी के संवाददाता के अनुसार, किसानों से जुड़े विधेयकों को लेकर राज्यसभा में बहस के दौरान विपक्षी पर्टियों के सांसदों ने हंगामा किया. हंगामे को देखते हुए राज्यसभा की कार्यवाही को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया है.
सांसद ने उपसभापति के सामने रूल बुक लहराई
एनडीटीवी संवाददाता के मुताबिक, किसान बिल को लेकर राज्यसभा में ज़बर्दस्त हंगामा. टीएमसी के सांसद ने उपसभापति के सामने आकर रूल बुक लहराई. राज्यसभा में काग़ज़ फाड़े जा रहे हैं. मार्शल सांसदों को आसन से दूर कर रहे हैं.
शिरोमणि अकाली दल ने अफवाह के आधार पर सरकार से इस्तीफा दिया : राउत
एनडीटीवी के संवाददाता के मुताबिक, शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री का कहना है कि देश में एमएसपी की व्यवस्था खत्म नहीं होगी और इस बारे में अफवाह फैलाई जा रही है ...तो क्या शिरोमणि अकाली दल ने इस अफवाह के आधार पर ही सरकार से इस्तीफा दे दिया है ?? आप इन कानूनों के जरिए मंडी के अंदर और मंडी के बाहर दो अलग-अलग मार्केट बना रहे हैं ... धीरे धीरे किसी व्यवस्था कॉर्पोरेट के हाथों में जा रही है.
BJD ने बिल सेलेक्ट कमेटी भेजने की मांग कीएनडीटीवी संवाददाता के मुताबिक, बीजू जनता दल (बीजेडी) ने कृषि सुधार विधेयकों को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने की मांग की.
किसानों को लड़नी होगी लंबी लड़ाई : अकाली दल सांसदकिसानों से जुड़े बिलों के विरोध में शिरोमणि अकाली दल के सांसद बलविंदर सिंह ने एनडीटीवी से कहा, "पहले किसान हूं फिर सांसद... सरकार किसानों को मारना चाहती है. किसानों को इसके खिलाफ लंबी लड़ाई लड़नी होगी. कृषि सुधार विधेयक को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजा जाए."
2028 से पहले दोगुनी नहीं होगी किसानों की आय : TMC सांसदएनडीटीवी संवाददाता के मुताबिक, टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने किसानों से जुड़े विधेयकों पर कहा, " प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि विपक्ष किसानों को गुमराह कर रही है. केंद्र ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी होने की बात कही थी, लेकिन मौजूदा दर से 2028 से पहले किसानों की आय दोगुनी नहीं होगी. वादे निभाने में आपकी विश्वसनीयता कम है."
बीजेपी सांसद का विपक्ष पर निशानाएनडीटीवी संवाददाता के अनुसार, BJP सांसद भूपेंद्र यादव ने कहा कि यह हमारा दुर्भाग्य है कि विपक्ष सिर्फ और सिर्फ नकारात्मकता देखता है. इसी सदन में खड़े होकर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा था कि शरणार्थियों के लिए कानून आना चाहिए, लेकिन जब हम लेकर आए तो आपने विरोध किया. आपने अपने प्रधानमंत्री की बात नहीं सुनी तो दुनिया की क्या सुनेंगे.
कांग्रेस के भाषण आज भी 70 के दशक वाले : BJP सांसदएनडीटीवी संवाददाता के अनुसार, किसानों से जुड़े विधेयकों पर चर्चा के दौरान, कांग्रेस की बातों का जवाब देते हुए बीजेपी सांसद भूपेंद्र यादव ने कहा कि दुनिया आगे बढ़ गई है लेकिन कांग्रेस के भाषण आज भी 70 के दशक वाले हैं.
किसानों पर क्यों थोपे जा रहे हैं ये बिल : कांग्रेस सांसद बाजवा
एनडीटीवी संवाददाता के अनुसार. पंजाब से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने सदन में कहा कि सरकार कह रही है ये बिल किसानों के फायदे के लिए है, लेकिन किसान कह रहे हैं कि हमको फायदा नहीं चाहिए. फिर क्यों ये बिल उनपर थोपा जा रहा है.
MSP से नहीं जड़े ये बिल : कृषि मंत्रीएएनआई के मुताबिक, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि दोनों विधेयक ऐतिहासिक हैं और किसानों के जीवन में इससे परिवर्तन आएगा. किसान देश में कहीं भी अपनी उपज को आसानी से बेच सकेंगे. मैं किसानों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि ये बिल न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से जुड़ा हुआ नहीं है.
कृषि से जुड़े दो बिल राज्यसभा में पेशसमाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, केंद्रीय कृषि मंत्री एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) बिल-2020 और मूल्य आश्वासन तथा कृषि सेवाओं पर किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) समझौता बिल, 2020 राज्यसभा में पेश किया.