UP में बीते 24 घंटे में कोरोना के 2300 से ज्यादा मामले आए सामने, 34 लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश में कोविड-19 से 34 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 1263 हो गई है. राज्य में संक्रमण के 2308 नये मामलों के साथ संक्रमित मरीजों की संख्या 55,558 पहुंच चुकी है.

UP में बीते 24 घंटे में कोरोना के 2300 से ज्यादा मामले आए सामने, 34 लोगों की मौत

यूपी में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 55 हजार के पार पहुंच चुकी है.

लखनऊ:

देश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. भारत में कोरोनावायरस से 11 लाख 92 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं वहीं, अब तक 28 हजार 700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच उत्तर प्रदेश में कोविड-19 से 34 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 1263 हो गई है. राज्य में संक्रमण के 2308 नये मामलों के साथ संक्रमित मरीजों की संख्या 55,558 पहुंच चुकी है. अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बुधवार को बताया, 'यूपी में कोविड-19 संक्रमण से 1263 रोगियों की मौत हो चुकी है. प्रदेश में वर्तमान में संक्रमित रोगियों की संख्या 20,825 है.'

उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 के 2308 नए मामले आए हैं. प्रदेश में अब तक 33,500 रोगी ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं. उन्होंने बताया कि प्रदेश में मंगलवार को एक दिन में 45,650 नमूनों की जांच की गई. इस प्रकार कोविड-19 की जांच में 15 लाख का आंकड़ा पार करते हुए प्रदेश में अब तक लगभग 16 लाख नमूनों की जांच की गई है.

उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप से अलर्ट आने पर कंट्रोल रूम द्वारा निरंतर फोन किया जा रहा है. अलर्ट आने पर अब तक 3,50,437 लोगों को कंट्रोल रूम द्वारा फोन कर जानकारी प्राप्त की गई. प्रसाद ने बताया कि कोविड-19 रोगियों को कुछ शर्तों के साथ घर पर पृथक-वास की सुविधा प्रदान की जा रही है. उन्होंने बताया कि घर पर क्वारेटाइन में रहने वाले व्यक्तियों के लिए टोल फ्री नंबर-18001805146 जारी किया गया है. इस नंबर पर वो अपने स्वास्थ्य संबंधी अपडेट दे सकते हैं. घर पर क्वारेंटाइन में रह रहे लोगों के लिए थर्मामीटर एवं ऑक्सीमीटर अपने पास रखना अनिवार्य है.

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उन्होंने कहा कि ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से लोग घर बैठे पोर्टल पर उपलब्ध डॉक्टरों से टेलीमेडिसिन के माध्यम से चिकित्सीय सलाह ले सकते हैं. इस पोर्टल पर फोन नम्बर के माध्यम से पंजीकरण कराया जा सकता है. ई-संजीवनी के पर्चे पर सरकारी चिकित्सालयों से भी दवाईयां मिल सकती है.



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)