बीजिंग: भयंकर आग लगने की स्थिति में आप अपनी मां को बचाएंगे या गर्लफ्रेंड को...? यह उलझाने वाला सवाल चीन में राष्ट्रीय न्यायिक परीक्षा दे रहे लाखों प्रशिक्षु वकीलों और जजों से पूछा गया, ताकि जांचा जा सके कि वे चीन में कानून के क्षेत्र में काम करने योग्य हैं या नहीं।
सवाल कुछ इस तरह पूछा गया था, "यदि कोई व्यक्ति अपनी मां को बचा सकता था, लेकिन उसके स्थान पर वह गर्लफ्रेंड को बचाता है, तो क्या वह कर्तव्यपालन न करने का अपराध कर रहा है...?"
पेपर - 2 में कई-कई विकल्प वाले सवाल किए गए थे, जो मादक द्रव्य कानूनों, सड़कों, प्रदूषण, धोखाधड़ी, रिश्वतखोरी, हत्या और अन्य गंभीर अपराधों से जुड़े थे, लेकिन प्रश्न संख्या 52 में 'चूकने से जुड़े अपराधों' के बारे में पूछा गया, जिसके लिए अलग-अलग काल्पनिक घटनाओं के बारे में सवाल किए गए, जिनमें लाइफगार्डों का डूबते बच्चे को बचाने में नाकाम रहना, तलाक की प्रक्रिया के दौरान पति का अपनी पत्नी को नहीं बचाने का फैसला करना और किसी का अपने दोस्तों को ज़हरीली कॉफी पीने देना जैसी घटनाएं शामिल थीं।
विकल्प 'सी' में एक व्यक्ति के बारे में बताया गया है, जो एक जलती इमारत में से अपनी मां की जगह अपनी गर्लफ्रेंड को बचाने का फैसला करता है, और कहा गया कि उसकी यह हरकत आपराधिक है।
हालांकि परीक्षा में आग के स्थान पर पानी के बारे में पूछा गया, इसी सवाल से मिलते-जुलते एक अन्य काल्पनिक सवाल में पूछा गया था कि आप डूबती मां और गर्लफ्रेंड में से बचाने के लिए किसे चुनेंगे... यह एक ऐसा सवाल है, जो आमतौर पर दुनियाभर में गर्लफ्रेंड अपने-अपने ब्वॉयफ्रेंड से पूछती हैं, जिसके बाद उनकी हालत 'सांप के मुंह में छछूंदर' जैसी हो जाती है।
'ग्लोबल टाइम्स' के मुताबिक, न्याय मंत्रालय ने 24 सितंबर को जवाब प्रकाशित किए, जिनके मुताबिक वह व्यक्ति कर्तव्यपालन नहीं करने का अपराधी है, यदि वह गर्लफ्रेंड को चुनता है।
हालांकि चीन के कानूनों के अनुसार, एक पुत्र को अपनी मां को ही बचाना होगा, गर्लफ्रेंड को नहीं, लेकिन इस सवाल ने सोशल मीडिया पर एक नई बहस को जन्म दिया, जिसमें कुछ लोग जवाब से पूरी तरह सहमत दिखे, और कहा कि मां को खतरे में छोड़ देना निष्ठुरता होगा।
सोशल मीडिया पर एक ने कहा, "मैं शर्तिया अपनी मां को पहले बचाऊंगा... कानून के अलावा भी उन्होंने ही मुझे पाला-पोसा, बड़ा किया... इसके अलावा मेरी गर्लफ्रेंड की उम्र कम है, सो, उसके अपने आप ही आग से बाहर निकल आने के मौके मां के मुकाबले ज़्यादा हैं..."
दूसरी ओर, कुछ लोग इससे सहमत नहीं दिखे, और कानून को अन्यायपूर्ण बताया। उनका कहना था, "सभी लोगों की ज़िन्दगी एक समान होती है... और कानून में उन्हें बराबरी का दर्जा मिलना चाहिए... मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि मां को छोड़ देना अपराध क्यों है, जबकि गर्लफ्रेंड को छोड़ देना अपराध नहीं है..."